आज आवश्यकता है कि हम जीवन के प्रति अपने दृष्टिकोण को व्यापक करें और अपनी जड़ों को गहराई दें। जब हम स्वयं को बेहतर समझते हैं, अपने अतीत पर गर्व करते हैं, तो अपने सांस्कृतिक मूल, भाषा, संगीत, भोजन और ज्ञान परंपराओं के प्रति स्वाभाविक रूप से हमारे भीतर उत्तरदायित्व और अपनापन पैदा होता है।
पिछले महीने इंग्लैंड दौरे पर भारत की ना केवल वरिष्ठ टीम बल्कि अंडर 19 और महिला टीम भी दौरे पर गई हुई थी। अंतर बस इतना था कि भारतीय सीनियर टीम लाल गेंद की क्रिकेट के 5 टेस्ट मैच के लिए इंग्लैंड से लोहा लेने गई थी जबकि अंडर 19 और महिला टीम सफेद गेंद के दौरे पर थी। महिला टीम की बात करें तो टीम के लिए विशेषकर एकदिवसीय सीरीज अहम थी क्योंकि अगले महीने के अंत में वनडे विश्वकप शुरु होने वाला है। वहीं जूनियर टीम की बात करें तो भारत की ओर से अगर वैभव सूर्यवंशी थे तो इंग्लैंड की ओर से पूर्व ऑलराउंडर एंड्र्यू फ्लिंटॉफ के बेटे रॉकी फ्लिंटॉफ सामने खड़े थे।शुरुआत में ऐसा माना जा रहा था कि सिर्फ जूनियर टीम ही इंग्लैंड में सफलता पाएगी
why do cloudburst on mountain happen: उत्तराखंड के धराली के बाद जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ के चशोती में बादल फटने की घटना सामने आई है। बादल फटने की अधिकांश घटनाएं पहाड़ी इलाकों में ज्यादा होती हैं जैसे उत्तराखंड, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर, लेह-लद्दाख आदि। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर पहाड़ों में ही बादल फटने की घटना क्यों होती है? बादल फटते कैसे हैं? आइए इन सभी सवालों के जवाब विस्तार से जानते हैं।