समावेशी भाषा के रूप में हिन्दी
सुशील कुमार शर्मा | शुक्रवार,जनवरी 10,2025
ऐसा नहीं है कि हिन्दी ने केवल एशियाई या भारतीय भाषाओं को ही प्रभावित किया है; कई अन्य विदेशी भाषाएं भी हैं जो हिन्दी से ...
मजेदार कविता : एक स्कूल
सुशील कुमार शर्मा | गुरुवार,जनवरी 9,2025
एक स्कूल बहुत सारे बच्चे, बहुत सारे शिक्षक चीखते चिल्लाते,
पढ़ते पढ़ाते साहब का हुकूम बजाते साहब भिन्नाते, अपने से बड़े ...
नव वर्ष 2025 पर एक बेहतरीन कविता : नए वर्ष में
सुशील कुमार शर्मा | सोमवार,दिसंबर 30,2024
New Year 2025 Poem : इस नए वर्ष में मिट जाएं चिंता की सारी लकीरें उतर जाएं हृदय के सारे बोझ नए वर्ष का सूरज, तुम्हारे ...
love relation पर मार्मिक कविता : रिश्ते
सुशील कुमार शर्मा | सोमवार,दिसंबर 30,2024
poetry on love : जब हम और तुम मिले थे, नहीं था अपेक्षाओं का रिश्ता नहीं था मैं बड़ा तुम छोटे का भाव फिर अपेक्षाओं का ...
हिन्दी कविता : अधूरा सा
सुशील कुमार शर्मा | सोमवार,दिसंबर 23,2024
Poetry in Hindi : मैंने कुछ लिखा उस लिखे को फिर पढ़ा उसके भाव को तौला, फिर लगा कुछ अधूरा है फिर कुछ जोड़ तोड़, अर्थों को ...
दीपावली पर कविता: दीप जलें उनके मन में
सुशील कुमार शर्मा | शनिवार,अक्टूबर 26,2024
दीप जलें उनके मन में, जो अंधियारे के सताए हैं। दीप जलें उनके मन में, जो कांटों पर सेज सजाए हैं। दीप जलें उनके मन में, ...
02 अक्टूबर गांधी जयंती पर विशेष : वर्तमान संदर्भ, युवा एवं गांधी दर्शन
सुशील कुमार शर्मा | मंगलवार,अक्टूबर 1,2024
Birthday of Mahatma Gandhi : 'गांधीजी' सरलता की पराकाष्ठा का व्यक्तित्व एवं जीवन वर्तमान के सामाजिक, राजनैतिक, एवं ...
शिक्षक पेशा नहीं, मिशन है
सुशील कुमार शर्मा | गुरुवार,सितम्बर 5,2024
एक शिक्षक के रूप में,विद्यार्थियों के जीवन का हिस्सा बनने, उनकी आशाओं और सपनों को साझा करने और आकांक्षाओं को पोषण देने ...
जन्माष्टमी पर कविता : कृष्ण मुझे अपना लो
सुशील कुमार शर्मा | सोमवार,अगस्त 26,2024
मोर मुकुट पीतम्बर धारी तुम ब्रज के हो रसिया। नन्द जसोदा के तुम लाला तुम सबके मन बसिया। बिना तुम्हारे इस दुनिया में कोई ...
श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर रोचक दोहे : हमारे कृष्ण
सुशील कुमार शर्मा | सोमवार,अगस्त 26,2024
कृष्ण कन्हैया क्या लिखूं, आप जगत आधार। योगेश्वर जग के गुरु, आप अगम्य अपार। मन्वन्तर वैवस्वतः अट्ठाइस के पार। कृष्ण ...