मंगलवार, 11 नवंबर 2025
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. Operation Sindoor has disturbed Pakistan sleep, Modi also said on Indus Water Treaty
Last Updated : शुक्रवार, 15 अगस्त 2025 (09:05 IST)

ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान की नींद उड़ाई, सिंधु जल समझौते पर भी मोदी ने कही बड़ी बात

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 12वीं बार लालकिले से देश को संबोधित कर पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी का रिकॉर्ड तोड़ा

Prime Minister Narendra Modi speech on Independence Day
Prime Minister Narendra Modi speech on Independence Day: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान में ऐसी तबाही हुई है कि उसकी नींद उड़ी हुई है और अगर दुश्मनों ने आगे भी कोई हिमाकत की तो मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा तथा भारत अब ‘न्यूक्लियर ब्लैकमैल’ नहीं सहेगा। उन्होंने देश के 79वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में यह भी कहा कि सिंधु जल समझौता ‘अन्यायपूर्ण और एकतरफा’ है जो भारत को मंजूर नहीं हैं।
 
मोदी ने कहा कि आज मुझे बहुत गर्व हो रहा है कि ऑपरेशन सिंदूर के वीर जाबांजों को सलामी देने का अवसर मिला है। हमारे जाबांज सैनिकों ने दुश्मनों को उनकी कल्पना से परे सजा दी है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सीमा पार से आए आतंकवादियों ने पहलगाम में जिस तरह से कत्लेआम किया, उससे पूरा हिंदुस्तान आक्रोश से भरा हुआ था और पूरा विश्व भी चौंक गया था।
 
पाकिस्तान की नींद उड़ी हुई है : उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर उसी आक्रोश की अभिव्यक्ति है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सेना ने वह कर दिखाया जो कई दशकों तक नहीं हुआ था। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में हुई तबाही इतनी बड़ी है कि उसकी नींद उड़ी हुई है और रोज नए नए खुलासे हो रहे हैं। मोदी ने पाकिस्तान और आतंकवादियों को आगाह करते हुए कहा कि आगे भी अगर दुश्मनों ने ये कोशिश जारी रखी, तो हमारी सेना तय करेगी...। सेना की शर्तों पर, सेना द्वारा निर्धारित समय पर, सेना द्वारा तय लक्ष्य को अब हम अमल में लाकर रहेंगे। अब मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि भारत ने तय कर लिया है कि अब खून और पानी एक साथ नहीं बहेंगे।
 
सिंधु जल समझौता अन्यायपूर्ण : प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल समझौते को ‘अन्यायपूर्ण और एकतरफा’ करार देते हुए कहा कि सिंधु नदी के जल पर भारत और उसके किसानों का एकमात्र अधिकार है। मोदी ने कहा कि इस संधि ने भारत में कृषि को भारी नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने इस समझौते को जारी रखने की निरर्थकता को रेखांकित किया है।
उन्होंने कहा कि इस संधि की वजह से सिंधु के जल से हमारे दुश्मनों के खेतों की सिंचाई होती है, जबकि मेरे देश की धरती और मेरे देश के किसान प्यासे रहते हैं। मोदी ने कहा कि भारत का जो पानी है, उसका इस्तेमाल भारत के लिए होगा, सिर्फ भारत के किसानों के लिए होगा और हम अब ऐसी व्यवस्था बर्दाश्त नहीं करेंगे जो अपने किसानों को वंचित रखे। उन्होंने कहा कि इस समझौते के तहत भारत के किसानों को दशकों तक ‘अकल्पनीय नुकसान’ उठाना पड़ा है।
 
अब सहन नहीं करेंगे : प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत दशकों से इसे सहन करता आ रहा है। हम इसे और सहन नहीं करेंगे। हमारे किसानों के हित में, राष्ट्र के हित में, यह समझौता हमें मंजूर नहीं है। प्रधानमंत्री ने स्वच्छ ऊर्जा की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि भारत ने 2030 के मूल लक्ष्य से पांच साल पहले ही स्वच्छ ऊर्जा में 50 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल कर ली है।
 
उन्होंने कहा कि हम परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में और सुधार ला रहे हैं, इसे निजी भागीदारी के लिए खोल दिया गया है। प्रधानमंत्री ने इस बात का उल्लेख किया कि सेमीकंडक्टर क्षेत्र में ‘मिशन मोड’ में काम किया जा रहा है और भारत में निर्मित चिप इस साल के अंत तक बाजार में उपलब्ध होंगी।
 
140 करोड़ संकल्पों का पर्व : प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आजादी का पर्व 140 करोड़ संकल्पों का पर्व का है, गौरव का पर्व है और हृदय उमंग से भरा हुआ है। उन्होंने कहा कि देश एकता की भावना को निरंतर मजबूती दे रहा है। 140 करोड़ देशवासी तिरंगे के रंग में रंगे हैं। मोदी ने कहा कि भारत का संविधान 75 वर्ष से प्रकाश स्तंभ बनकर देश को मार्ग दिखाता रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने संविधान के निर्माण में राजेंद्र प्रसाद, पंडित जवाहर लाल नेहरू, संविधान निर्माता बाबासाहेब आंबेडकर, सरदार वल्लभ भाई पटेल और कई अन्य स्वतंत्रता सेनानियों का उल्लेख किया।
 
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में धारा 370 की दीवार गिराकर ‘एक देश, एक संविधान’ के मंत्र को साकार किया गया तो श्यामा प्रसाद मुखर्जी को यह एक श्रद्धांजलि थी। (एजेंसी/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala 
ये भी पढ़ें
दिवाली पर देशवासियों को PM मोदी देंगे बड़ा तोहफा, 15 अगस्त को ला‍लकिले से किया ऐलान