Gallantry awards announced : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर सशस्त्र बलों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के कर्मियों के लिए 127 वीरता पुरस्कार और 40 विशिष्ट सेवा पुरस्कारों को मंजूरी दी। इनमें 4 कीर्ति चक्र, 15 वीर चक्र, 16 शौर्य चक्र, दो बार टू सेना पदक (वीरता), 58 सेना पदक (वीरता), 6 नौसेना पदक (वीरता) और 26 वायुसेना पदक (वीरता) शामिल हैं। पुरस्कारों में 7 सर्वोत्तम युद्ध सेवा पदक, 9 उत्तम युद्ध सेवा पदक और 24 युद्ध सेवा पदक भी शामिल हैं। भारत ने सैन्य सम्मानों की अपनी वार्षिक सूची में सशस्त्र बलों के कर्मियों की वीरता के कार्यों और ऑपरेशन सिंदूर की योजना और क्रियान्वयन में शामिल वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों की भूमिका को मान्यता दी।
भारत ने बृहस्पतिवार को 79वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर सैन्य सम्मानों की अपनी वार्षिक सूची में सशस्त्र बलों के कर्मियों की वीरता के कार्यों और ऑपरेशन सिंदूर की योजना और क्रियान्वयन में शामिल वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों की भूमिका को मान्यता दी।
पाकिस्तान में आतंकी बुनियादी ढांचे और सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले में शामिल भारतीय वायुसेना के पायलटों के साथ-साथ एस-400 वायु रक्षा प्रणाली को संचालित करने वाले उन पायलटों को भी यह प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रदान किया गया, जिन्होंने सात से 10 मई के बीच दोनों देशों के बीच संघर्ष के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
वायुसेना उप प्रमुख एयर मार्शल नर्मदेश्वर तिवारी, वायुसेना उप प्रमुख एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती, भारतीय सेना के डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई और उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा उन शीर्ष सैन्य अधिकारियों में शामिल हैं जिन्हें सर्वोत्तम युद्ध सेवा पदक से सम्मानित किया जाएगा।
दक्षिण पश्चिमी वायु कमान और पश्चिमी वायु कमान का नेतृत्व कर रहे क्रमशः एयर मार्शल नागेश कपूर और एयर मार्शल जितेन्द्र मिश्रा को भी सर्वोत्तम युद्ध सेवा पदक प्रदान किया जाएगा। वाइस एडमिरल संजय जसजीत सिंह, जिन्होंने पश्चिमी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ के रूप में पहलगाम हमले के बाद नौसेना के संसाधनों की तैनाती में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, को भी सर्वोत्तम युद्ध सेवा पदक के लिए नामित किया गया है।
नौसेना के उप प्रमुख वाइस एडमिरल तरुण सोबती, जिन्होंने पहलगाम हमले के बाद नौसेना की तैनाती रणनीति को अंतिम रूप देने में प्रमुख भूमिका निभाई थी, को उत्तम युद्ध सेवा पदक से सम्मानित किया जाएगा। भारतीय वायुसेना के नौ लड़ाकू पायलटों को प्रतिष्ठित वायु चक्र से सम्मानित किया जाएगा।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर सशस्त्र बलों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के कर्मियों के लिए 127 वीरता पुरस्कार और 40 विशिष्ट सेवा पुरस्कारों को मंजूरी दी। इनमें चार कीर्ति चक्र, 15 वीर चक्र, 16 शौर्य चक्र, दो बार टू सेना पदक (वीरता), 58 सेना पदक (वीरता), छह नौसेना पदक (वीरता) और 26 वायु सेना पदक (वीरता) शामिल हैं। पुरस्कारों में सात सर्वोत्तम युद्ध सेवा पदक, नौ उत्तम युद्ध सेवा पदक और 24 युद्ध सेवा पदक भी शामिल हैं।
राष्ट्रपति ने 290 मेंशन-इन-डिस्पैच को भी मंजूरी दी है, जिनमें से 115 भारतीय सेना से, पांच भारतीय नौसेना से और 167 भारतीय वायुसेना से हैं। मेंशन-इन-डिस्पैच एक सम्मान है जो भारतीय सशस्त्र बलों के कर्मियों को दिया जाता है, विशेष रूप से उन लोगों को जिन्होंने विशिष्ट वीरता या सराहनीय सेवा का प्रदर्शन किया है।
सीबीआई के 21 अधिकारियों को पदक की घोषणा : स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर बृहस्पतिवार को सीबीआई के 21 अधिकारियों को पदक प्रदान किए जाने की घोषणा की गई। 2जी स्पेक्ट्रम और व्यापमं, नीट यूजी 2024 पेपर लीक, छोटा राजन मामला और साइबर अपराध जैसे प्रमुख भ्रष्टाचार मामलों की जांच का नेतृत्व करने वाले सीबीआई अधिकारी विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक और सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किए जाने वाले 21 अधिकारियों में शामिल हैं।
डीआईजी विवेक प्रियदर्शी, जिन्हें 2जी भ्रष्टाचार मामले, व्यापमं और पश्चिम बंगाल चुनाव बाद हिंसा से संबंधित मामलों की जांच के लिए जाना जाता है, को विशिष्ट सेवा के लिए प्रतिष्ठित राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया जाएगा। गैंगस्टर छोटा राजन से जुड़े मामलों, पैलेस ऑन व्हील्स ट्रेन में भ्रष्टाचार, पोंजी घोटाला और पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हिंसा के मामलों की जांच करने वाले उप महानिरीक्षक (डीआईजी) मच्छिंद्र रामचंद्र कडोले को भी विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किए जाने की घोषणा की गई।
कडोले ने दक्षिण सूडान में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन (यूएनएमआईएसएस) में पुलिस सलाहकार के रूप में भी कार्य किया है। उन्हें मिशन के लिए भारतीय पुलिस दल के कमांडर के रूप में दक्षिण सूडान के जुबा में तैनात किया गया था और उनकी सेवाओं के लिए उन्हें संयुक्त राष्ट्र पदक प्राप्त हुआ था।
एएसपी बंदी पेद्दिराजू, जिन्होंने नीट यूजी 2024 पेपर लीक मामले, आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों के खिलाफ सोशल मीडिया पोस्ट, परिताला रवि हत्याकांड और माइक्रोसॉफ्ट और अमेजन का नाम लेकर तकनीकी सहायता घोटाले से संबंधित साइबर अपराध मामलों की जांच का नेतृत्व किया, को भी विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया जाएगा।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीएच वेंकट नरेंद्र देवे, उप पुलिस अधीक्षक विशाल और हेड कांस्टेबल अभिजीत सेन को भी विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किए जाने की घोषणा की गई। सीबीआई के प्रवक्ता ने बताया कि सीबीआई के 15 अधिकारियों को सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया जाएगा। (इनपुट भाषा)
Edited By : Chetan Gour