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Last Modified: बुधवार, 7 अप्रैल 2021 (18:35 IST)

क्राइम पेट्रोल से जुड़ने के बाद सोनाली कुलकर्णी बोलीं- मैं लोगों को सतर्क करूंगी कि वो जो भी करें, उसकी जिम्मेदारी लें

क्राइम पेट्रोल से जुड़ने के बाद सोनाली कुलकर्णी बोलीं- मैं लोगों को सतर्क करूंगी कि वो जो भी करें, उसकी जिम्मेदारी लें - i would like to be that torchbearer making people alert to be responsible for what we do says sonali kulkarni
सोनी टीवी के 'क्राइम पेट्रोल सतर्क : जस्टिस रीलोडेड' का महत्वपूर्ण हिस्सा बनी नजर आ रहीं सोनाली कुलकर्णी ने बताया कि वो समाज में किस तरह का बदलाव लाना चाहती हैं और होने वाले अपराधों के लिए लोगों को कैसे सतर्क करना चाहती हैं।
 
क्राइम पेट्रोल सतर्क : जस्टिस रीलोडेड के साथ कैसे जुड़ीं?
सच कहूं तो मैं अनूप सोनी की बड़ी फैन हूं। हम लोग दोस्त हैं। मैं एक पेशेवर एक्टर बनने से पहले उनके साथ काम कर चुकी हूं। मैं कॉलेज में थी और हमने एक टीवी शो किया था। वो मेरा एकमात्र टीवी शो था, जिसका नाम था 'बदलते रिश्ते'। इसमें अनूप के अलावा आर माधवन जैसे बढ़िया एक्टर भी शामिल थे। मैंने तब से ही अनूप का काम देखा है। 
 
चाहे सीरीज हो या टीवी शो, वो अपने काम से हमेशा उत्सुकता जगाते हैं। तो मेरे लिए क्राइम पेट्रोल और अनूप से मेरा मजबूत नाता है। उन्होंने लोगों के दिलों में अपने लिए जो विश्वास और विनम्रता जगाई है, वो मेरे लिए बहुत स्पेशल है। मुझे गर्व है कि वो एक एक्टर हैं और मेरे दोस्त भी।
 
जहां तक क्राइम पेट्रोल के इस सीज़न का सवाल है, यह अनूप के कारवां को ही आगे बढ़ाएगा। मुझे उम्मीद है उन्हें इस पर गर्व होगा। मैंने अभी-अभी क्राइम पेट्रोल टीम के साथ काम करना शुरू किया है। वे लोग बहुत बढ़िया हैं। ऐसी उत्साही और परफेक्शनिस्ट टीम के साथ काम करके किसी भी परफॉर्मर को जबर्दस्त ऊर्जा मिलती है। मैं यह कहना चाहूंगी कि वो लोग सारे शॉट्स, इस्तेमाल की जाने वाली भाषा और कैमरा एंगल्स को लेकर बिल्कुल स्पष्ट हैं और जरा भी वक्त नहीं गंवाते हैं।
 
क्राइम पेट्रोल को बतौर एक शो किस तरह से देखती हैं? इस शो के जरिए दर्शकों को क्या संदेश देना चाहेंगी?
क्राइम पेट्रोल की जो बात मुझे सबसे अच्छी लगती है, वो यह कि यह हमेशा लोगों को जिम्मेदार नागरिक बने रहने के लिए कहता है और हमेशा अंधविश्वास के खिलाफ लड़ता हैं। मैं महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति की सबसे सक्रिय सदस्यों में से एक रही हूं। 
 
मैंने लगभग 16 साल डॉ. नरेंद्र दाभोलकर के साथ काम किया है, जो लोगों से हमेशा यह अपील करते रहे कि ईश्वर और धर्म में विश्वास करें, लेकिन किसी को भी अपना भावनात्मक, मानसिक, आर्थिक, शारीरिक और यौन शोषण ना करने दें। अंधविश्वास की वजह से किसी भी बच्चे का शोषण ना होने दें। मैं क्राइम पेट्रोल के जरिए इस विचार को आगे ले जाना चाहूंगी कि यदि किसी व्यक्ति का शोषण हो रहा है, तो हमें अपने लिए, अपने पड़ोसियों, रिश्तेदारों‌ और अपने समाज के लिए खड़े रहना चाहिए।
 
मेरे लिए क्राइम पेट्रोल रोशनी की एक किरण है, जो हम सभी को जागरूक बनाने की कोशिश कर रही है। मैं लोगों को सतर्क करूंगी कि वह जो भी करें उसकी जिम्मेदारी लें। मैं अपनी टीम के लिए यही रोशनी लेकर आगे बढूंगी। आइए हम समझदार और जिम्मेदार बनें।
 
इस शो के जरिए आप दर्शकों की सोच में किस तरह बदलाव लाना चाहती हैं?
यह कहना जल्दबाजी होगी कि मैं कुछ बदलाव लाऊंगी, लेकिन फिलहाल तो मैं यह कह सकती हूं कि एक फीमेल एंकर के रूप में मैं विजुअल रूप से थोड़ा बदलाव जरूर लाऊंगी। मुझे लगता है कि जिस तरह इस टीम ने अनूप के साथ एक उत्कृष्टता हासिल की है, उस स्तर तक पहुंचने में मुझे थोड़ा समय लगेगा, लेकिन मैं अनूप के पिछले सीजन्स से प्रेरणा लेना चाहूंगी। जिस तरह से उन्होंने खास अपील और व्यूअरशिप बनाई है, मैं चाहूंगी कि मैं भी दर्शकों में थोड़ी जागरूकता लाऊं।
 
क्राइम पेट्रोल के इस चैप्टर से हम क्या उम्मीद कर सकते हैं?
इस चैप्टर में हम पुराने मामले दोबारा खोल रहे हैं। इन मामलों की तह तक जाना बड़ा रोंगटे खड़े करने वाला अनुभव है और यह इतना चुनौतीपूर्ण और दिलचस्प है कि यह गुत्थी अब तक अनसुलझी ही है। असल में हम बताएंगे कि कैसे ये मामले अपने अंत तक पहुंचे।
 
आपके हिसाब से लोगों के लिए अपने आसपास के माहौल को लेकर सतर्क रहना और हार ना मानते हुए अपने संघर्ष के रास्ते पर आगे बढ़ना और बड़ा कदम उठाना कितना जरूरी है?
मैं खुद भी एक राइटर रही हूं। मैं 5 साल तक इंडियन एक्सप्रेस लोकसत्ता में एडिटर थी। अपने लेखों में मैं हमेशा लोगों से यह कहती थी कि जब तक हम यह तय नहीं कर लेते कि मैं अपनी जिंदगी खुद बना सकता हूं या मैं अपनी जिंदगी के लिए जिम्मेदार हूं, तब तक हम अपनी जिंदगी पूरी तरह से नहीं जी सकेंगे। यदि हम हर बार बच निकलने का बहाना तलाश करेंगे और यह कहेंगे कि मेरी गलती नहीं थी या मैं नहीं था, तो ऐसी जिंदगी जीने में कोई मजा नहीं है। 
 
मैं हमेशा अपने लेखों में यह अपील करती थी कि बिजली बचाने से लेकर अपना घर बचाने तक, और अपनी सोसाइटी में कचरा प्रबंधन करने से लेकर ट्रैफिक के नियमों का पालन करने और समय पर टैक्स भरने तक, हमें समाज में अपना हर योगदान देना चाहिए। हमारा समाज हमारी अपनी झलक होनी चाहिए।
 
मैंने अब तक अपराध की तहें नहीं खोली हैं, लेकिन मैं हमेशा पुलिस फोर्स की बड़ी प्रशंसक रही हूं। वो वाकई बहुत मेहनत करते हैं। मुझे हमेशा उनके परिवार की फिक्र होती है, क्योंकि उन्हें नागरिकों की मदद करनी होती है और वो खुद भी इस देश के नागरिक हैं। उनके भी अपने जज़्बात और परिवार होते हैं। पुणे में जब मैं रोड सेफ्टी पेट्रोल में थी, तब मैंने पुलिस के लिए कई सामाजिक गतिविधियों में हिस्सा लिया था। 
 
उन्होंने कहा, मैं जब कॉलेज में थी, तो आईएएस और आईपीएस की परीक्षा देना चाहती थी, लेकिन फिर जिंदगी ने एक मोड़ लिया और मैं एग्जाम में नहीं बैठ पाई, क्योंकि मुझे मेरी पहली फिल्म मिल गई थी और उसके बाद और फिल्में मिलने लगीं। मेरे दिल में हमेशा यह हसरत थी कि मैं फोर्स में शामिल होकर समाज के लिए कुछ करूं। ऐसे में एक एक्टर के तौर पर यह मेरी ओर से छोटा-सा प्रयास है, जिसमें मुझे क्राइम पेट्रोल की शानदार टीम के साथ काम करने का मौका मिला। मुझे उम्मीद है कि मैं अपनी पूरी ईमानदारी से एक एंकर की भूमिका निभाऊंगी।
 
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