Share Market Update News : आर्थिक वृद्धि के मजबूत आंकड़ों से उत्साहित घरेलू शेयर बाजार लगातार 3 दिनों की गिरावट से उबरते हुए सोमवार को चढ़कर बंद हुए। सेंसेक्स ने 555 अंकों की छलांग लगाई जबकि निफ्टी में 198 अंक की बढ़त रही। विश्लेषकों ने कहा कि अनुकूल निवेशक धारणा के बीच सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी), वाहन एवं बैंकों के शेयरों में हुई खरीदारी से बाजार को तेजी मिली। शुक्रवार को सेंसेक्स 270.92 अंक गिरकर 79,809.65 अंक और निफ्टी 74.05 अंक की गिरावट के साथ 24,426.85 अंक पर बंद हुआ था।
बीएसई का 30 शेयरों वाला मानक सूचकांक सेंसेक्स 554.84 अंक यानी 0.70 प्रतिशत की बढ़त के साथ 80,364.49 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय सूचकांक 597.19 अंक चढ़कर 80,406.84 अंक तक पहुंच गया था। एनएसई का 50 शेयरों वाला सूचकांक निफ्टी 198.20 अंक यानी 0.81 प्रतिशत की बढ़त के साथ 24,625.05 अंक पर बंद हुआ।
इस तरह घरेलू शेयर बाजार पिछले तीन सत्रों की गिरावट से उबरने में सफल रहा। इन तीन सत्रों में सेंसेक्स में 1,826.26 अंक यानी 2.23 प्रतिशत और निफ्टी में 540.9 अंक यानी 2.16 प्रतिशत की गिरावट आई थी। सोमवार को सेंसेक्स के समूह में शामिल 23 कंपनियां बढ़त के साथ बंद हुईं। इनमें से महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स, ट्रेंट, इटर्नल, एशियन पेंट्स और इन्फोसिस प्रमुख रूप से लाभ में रहीं। हालांकि सन फार्मा, आईटीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर और टाइटन के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई।
शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल-जून तिमाही में भारत की अर्थव्यवस्था उम्मीद से बहतर 7.8 प्रतिशत की दर से बढ़ी जो पांच तिमाहियों में सर्वाधिक है। हालांकि अमेरिका की तरफ से भारतीय उत्पादों पर शुल्क बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर देने से कपड़ा, चमड़ा एवं रत्न-आभूषण जैसे प्रमुख निर्यातों पर खतरा मंडरा रहा है।
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, भारत की पहली तिमाही की जीडीपी वृद्धि दर अनुमान से अधिक 7.8 प्रतिशत रही है, जिसने वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच अर्थव्यवस्था के जुझारूपन में निवेशकों के भरोसे को मजबूती दी है।
नायर ने कहा, जीएसटी परिषद की आगामी बैठक में कर प्रणाली को युक्तिसंगत बनाए जाने की उम्मीदें निवेशक धारणा को मजबूत कर रही है और सोच-समझकर खपत करने को बढ़ावा दे रही हैं। यह आशावाद खासकर वाहन एवं टिकाऊ उपभोक्ता वस्तुओं जैसे क्षेत्रों को लाभ पहुंचा रहा है।
व्यापक बाजार में मझोली कंपनियों का बीएसई मिडकैप सूचकांक 1.64 प्रतिशत चढ़कर बंद हुआ जबकि छोटी कंपनियों के स्मालकैप सूचकांक में 1.49 प्रतिशत की तेजी रही। वाहन खंड में सर्वाधिक 2.68 प्रतिशत की बढ़त रही जबकि टिकाऊ उपभोक्ता खंड में 2.07 प्रतिशत, विवेकाधीन उपभोक्ता खंड में दो प्रतिशत और पूंजीगत उत्पाद खंड में 1.93 प्रतिशत की तेजी रही। बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों में से 2,796 शेयर चढ़कर बंद हुए जबकि 1,391 शेयरों में गिरावट रही और 193 अन्य अपरिवर्तित रहे।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजीत मिश्रा ने कहा, बाजार ने कारोबारी सप्ताह की सकारात्मक शुरुआत की जिसमें जून तिमाही के बेहतर जीडीपी आंकड़ों की अहम भूमिका रही। सत्र के दूसरे हिस्से में चुनिंदा दिग्गज कंपनियों में खरीदारी आने से सूचकांक मजबूती के साथ बंद हुआ।
एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंग सेंग सकारात्मक दायरे में बंद हुए जबकि दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की गिरावट के साथ बंद हुए। यूरोप के बाजार अधिकतर बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजार शुक्रवार को गिरावट के साथ बंद हुए थे। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.92 प्रतिशत बढ़कर 68.10 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 8,312.66 करोड़ रुपए के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की थी जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 11,487.64 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे थे। शुक्रवार को सेंसेक्स 270.92 अंक गिरकर 79,809.65 अंक और निफ्टी 74.05 अंक की गिरावट के साथ 24,426.85 अंक पर बंद हुआ था। (इनपुट एजेंसी)
Edited By : Chetan Gour