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  4. Chinese leader Xi Jinping and Russian President Vladimir Putin were caught in a hot mic moment
Last Updated :बीजिंग , गुरुवार, 4 सितम्बर 2025 (19:40 IST)

150 साल तक जिंदा रहेगा इंसान, बीजिंग परेड में पुतिन-जिनपिंग की अनजाने में रिकॉर्ड चर्चा से सोशल मीडिया पर क्यों मची हलचल

Vladimir Putin
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन बीजिंग परेड में शामिल हुए। बीजिंग के तियानआनमेन स्क्वायर में 3 सितंबर को आयोजित भव्य सैन्य परेड के दौरान एक अनोखा 'हॉट माइक मोमेंट' सामने आया। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच हुई निजी बातचीत अनजाने में रिकॉर्ड हो गई। दोनों नेताओं की इस बात पर किम भी मुस्करा दिए। इस बातचीत से सोशल मीडिया पर हलचल मच गई है। जानिए किस मुद्दे पर चल रही थी बातचीत। 
शी जिनपिंग और पुतिन बोले- 150 साल तक जी सकते हैं इंसान 
बातचीत में दोनों नेताओं ने विज्ञान और तकनीकी प्रगति के भविष्य पर चर्चा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि आने वाले 100 वर्षों में इंसान 150 साल तक जीवित रह सकते हैं। इसमें अंग प्रत्यारोपण और 150 वर्ष तक जीवित रहने की संभावना पर चर्चा हुई। पुतिन के ट्रांसलेटर ने बायोटेक्नोलॉजी के विकास और मानव अंगों के प्रत्यारोपण की बात कही जिससे अमरता प्राप्त करने की संभावना जताई गई। 
बातचीत के दौरान किम जोंग उन मुस्करा रहे थे और पुतिन व शी की तरफ देख रहे है। सीसीटीवी से प्रसारित वीडियो में पुतिन को साफ दौर पर रूसी भाषा में बोलते हुए नहीं सुना जा सकता है। हालांकि बाद में पुतिन ने पुष्टि की कि उन्होंने और चीनी राष्ट्रपति ने बुधवार को इस विषय पर चर्चा की थी। 
बीजिंग में पत्रकारों ने पूछा तो पुतिन ने कहा, मुझे लगता है कि जब हम परेड देखने गए थे, तो चेयरमैन ने इस बारे में बात की थी। स्वास्थ्य सुधार के आधुनिक साधन, चिकित्सा साधन, यहां तक कि ऑर्गन रिप्लेसमेंट से जुड़ी सर्जरी, मानवता को यह आशा देती है कि सक्रिय जीवन आज की तुलना में अलग तरीके से जारी रहेगा।
लॉन्जिविटी को लेकर चल रही है रिचर्स 
वैज्ञानिक दुनिया में लॉन्जिविटी को लेकर लगातार शोध चल रहा है, लेकिन दुनिया की दो सबसे ताकतवर शख्सियतों का इस विषय पर विचार साझा करना अपने आप में खास है। इस बातचीत ने सोशल मीडिया और अंतरराष्ट्रीय मीडिया में हलचल मचा दी है। कई लोग इसे विज्ञान की नई संभावनाओं से जोड़कर देख रहे हैं, तो कुछ इसे नेताओं की दूरदर्शिता का संकेत मान रहे हैं। Edited by : Sudhir Sharma