पंजाब सतर्कता ब्यूरो ने बुधवार को अकाली दल के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया को उनके खिलाफ दर्ज आय से अधिक संपत्ति मामले में अमृतसर स्थित उनके आवास पर छापेमारी के बाद गिरफ्तार कर लिया। यह जानकारी सूत्रों ने दी। सूत्रों ने बताया कि ब्यूरो ने मजीठिया के आवास से 29 मोबाइल फोन, चार लैपटॉप, दो आईपैड, आठ डायरी और कुछ दस्तावेज जब्त किए हैं।
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) प्रमुख सुखबीर सिंह बादल मजीठिया के बहनोई हैं। मजीठिया 2021 के एक मादक पदार्थ मामले में भी पहले से ही एक जांच का सामना कर रहे हैं। छापेमारी के बाद मोहाली से आई सतर्कता टीम को मजीठिया और उनकी पत्नी एवं अकाली दल विधायक गनीव कौर मजीठिया के विरोध का सामना करना पड़ा, जिन्होंने अधिकारियों पर बुधवार सुबह ग्रीन एवेन्यू स्थित घर में जबरन घुसने का आरोप लगाया।
सुखबीर बादल, उनकी पत्नी एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और कई वरिष्ठ अकाली नेताओं ने भी मजीठिया के आवास पर छापेमारी को लेकर पंजाब की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर निशाना साधा और इसे "राजनीतिक प्रतिशोध" बताया।
सूत्रों ने बताया कि दंपति के चंडीगढ़ स्थित आवास पर भी इसी तरह की छापेमारी की गई। गनीव कौर ने अमृतसर में संवाददाताओं से कहा कि हम लड़ाई जारी रखेंगे। लोग मजीठिया के साथ खड़े रहेंगे। छापेमारी का नेतृत्व मोहाली सतर्कता ब्यूरो के फ्लाइंग स्क्वायड के एआईजी स्वर्णदीप सिंह ने किया, जिन्हें निलंबन के बाद पिछले महीने बहाल कर दिया गया था।
इससे पहले मजीठिया के यहां छापेमारी की खबर जैसे ही सोशल मीडिया पर आई, अकाली नेता और समर्थक उनके आवास के पास पहुंचे और भगवंत मान सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
मजीठिया के आवास की ओर जाने वाली सड़क पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे और पुलिसकर्मी किसी को भी बैरिकेड पार नहीं करने दे रहे थे।
जैसे ही अधिकारियों की एक टीम मजीठिया के घर में दाखिल हुई, गनीव कौर ने अधिकारियों से पूछा, "क्या हो रहा है? मैं जानना चाहती हूं कि क्या हो रहा है। आप मेरी जानकारी के बिना मेरे घर में कैसे घुस आए? मजीठिया ने भी आरोप लगाया कि सतर्कता अधिकारी घर में जबरन घुसे और उनके बच्चों को डराया।
पूर्व मंत्री को डीएसपी स्तर के सतर्कता अधिकारी के साथ बहस करते हुए सुना गया। मजीठिया ने सतर्कता दल से कहा कि आप जबरन घुस आए हैं। यह कोई तरीका नहीं है। मेरे घर पर आकर लोगों को धमकाइये नहीं... आप मेरे घर में जबरन घुस रहे हैं।
मजीठिया ने यह भी सवाल किया कि अधिकारी वर्दी में क्यों नहीं थे, जिस पर उनमें से एक ने जवाब दिया कि सतर्कता अधिकारी सिविल ड्रेस में रहते हैं।
मजीठिया को डीएसपी रैंक के एक अधिकारी को तब बीच में रोकते हुए भी देखा गया, जब उन्होंने एक कमरे में खड़े एक व्यक्ति की पहचान के बारे में पूछा, और कहा कि वह सरकार की "मनमानी" से प्रभावित नहीं होंगे। जवाब में, अधिकारी ने मजीठिया से कहा कि वह उन्हें उपदेश न दें और अकाली नेता का सहयोग मांगा। अधिकारी ने मजीठिया द्वारा छापेमारी का वीडियो बनाने पर भी आपत्ति जताई।
मजीठिया ने एक वीडियो जारी करके भगवंत मान सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि आप विपक्षी नेताओं की आवाज दबाने के लिए इस तरह के हथकंडे अपना रही है।
मजीठिया ने दावा किया कि सतर्कता विभाग ने मंगलवार रात एक नयी प्राथमिकी दर्ज की। उन्होंने कहा, "वे जबरदस्ती घर में घुसे। अगर प्राथमिकी दर्ज की गई है तो हम कानून का सामना करेंगे। अगर उन्हें आय से अधिक संपत्ति के मामले में प्राथमिकी दर्ज करनी थी तो वे एक नोटिस दे सकते थे। यह बहुत स्पष्ट है कि वे (आप) घबरा गए हैं।"
मजीठिया ने कहा कि एक वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में सतर्कता ब्यूरो की एक टीम ने छापेमारी की। मजीठिया ने कहा, "भगवंत मान जी, यह समझ लीजिए, चाहे आप कितनी भी प्राथमिकी दर्ज कर लें, न तो मैं डरूंगा और न ही आपकी सरकार मेरी आवाज दबा पाएगी।" उन्होंने कहा, "मैंने हमेशा पंजाब के मुद्दों पर बात की है और आगे भी करता रहूंगा।"
हिरासत में लिए जाने से पहले मजीठिया ने अपने दोनों बच्चों और पत्नी से मुलाकात की। पंजाब पुलिस का एक विशेष जांच दल (एसआईटी) मजीठिया के खिलाफ 2021 के मादक पदार्थ मामले की पहले से ही जांच कर रहा है। मजीठिया के खिलाफ तत्कालीन मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के दौरान 20 दिसंबर, 2021 को स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत एक मामला दर्ज किया गया था।
अकाली नेता ने पटियाला जेल में 5 महीने से अधिक समय बिताया था और अगस्त 2022 में पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा उन्हें जमानत दिए जाने के बाद वह जेल से बाहर आए थे। इनपुट भाषा Edited by : Sudhir Sharma