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Last Updated : रविवार, 21 अगस्त 2022 (00:14 IST)

Monsoon Update : हिमाचल, उत्तराखंड, ओडिशा, झारखंड में मॉनसूनी बारिश का कहर, 31 लोगों की मौत, मध्यप्रदेश, राजस्थान के लिए IMD की चेतावनी

Monsoon Update : हिमाचल, उत्तराखंड, ओडिशा, झारखंड में मॉनसूनी बारिश का कहर, 31 लोगों की मौत, मध्यप्रदेश, राजस्थान के लिए IMD की चेतावनी - Monsoon rains wreak havoc in Himachal, Uttarakhand, Odisha, Jharkhand
शिमला/देहरादून। मानसूनी बारिश से अचानक आई बाढ़, भूस्खलन और मकान ढहने की घटना में उत्तर के पहाड़ी इलाकों और पूर्व के मैदानी इलाकों में कम से कम 31 लोगों की मौत हो गई। इसके बाद देश के एक बड़े हिस्से में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। मृतकों में 22 लोग अकेले हिमाचल प्रदेश के हैं। उत्तराखंड और ओडिशा में 4-4 और झारखंड में 1 व्यक्ति की मौत हुई है। मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिमी मध्य प्रदेश और सोमवार को पूर्वी राजस्थान में भारी बारिश का अनुमान है।
हिमाचल प्रदेश में पिछले 24 घंटे में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन, बाढ़ और बादल फटने की घटनाओं में कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में 8 एक ही परिवार के हैं। प्रदेश में दस लोग इन हादसों में घायल हुए हैं।
 
24 घंटे में 36 घटनाएं : राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के निदेशक सुदेश कुमार मोख्ता ने कहा कि भारी बारिश के कारण सबसे ज्यादा नुकसान मंडी, कांगड़ा और चंबा जिले में हुआ है। उन्होंने बताया कि राज्य में पिछले 24 घंटे के दौरान मौसम संबंधी 36 घटनाएं दर्ज की गई हैं। उन्होंने कहा कि मंडी में मनाली-चंडीगढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग और शोघी में शिमला-चंडीगढ़ राजमार्ग सहित 743 सड़कों को जलभराव के कारण यातायात के लिए बंद कर दिया गया है।
मंडी जिले के उपायुक्त ने बताया कि अकेले मंडी जिले में बाढ़ और भूस्खलन के कारण 13 लोगों की मौत हो गई और छह लोग लापता हो गए। प्रदेश के कांगड़ा में चक्की पुल शनिवार को भारी बारिश के कारण गिर गया, जिससे पठानकोट और जोगिंदरनगर के बीच ट्रेन सेवा बाधित हो गई।
 
बहे पुल, घरों में जमा हुआ कीचड़ : उत्तराखंड में शनिवार को तड़के बादल फटने की विभिन्न घटना में कम से कम चार लोगों की मौत हो गयी, जबकि 10 लापता हो गए क्योंकि बारिश के कारण तटबंध टूट गए, पुल बह गए, और घरों के अंदर कीचड़ और पानी जमा हो गया। इससे कई गांवों से लोगों को निकालने के लिए मजबूर होना पड़ा। पानी से अधिक नुकसान होने के मद्देनजर परिवहन के हिसाब से कई सड़कों को अवरुद्ध कर दिया गया, जबकि उत्तराखंड के पौड़ी जिले में सभी आंगनवाड़ी केंद्रों और स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया गया।
 
ओड़िसा में बारिश का कहर : बारिश ने पूर्वी भारत के कुछ हिस्सों को भी प्रभावित किया, ओडिशा में पहले से ही महानदी नदी का क्षेत्र बाढ़ की चपेट में है और 500 गांवों में लगभग 4 लाख लोग फंसे हुए हैं। इससे चार लोगों की मौत हुयी है जबकि पड़ोसी झारखंड में एक व्यक्ति की मौत हुयी है।
 
ओडिशा को और अधिक नुकसान हुआ है और इसके उत्तर में कुछ हिस्सों में शुक्रवार रात से बारिश हो रही है। आपूर्ति श्रृंखला बाधित होने से भुवनेश्वर के बाजारों में सब्जियों की कीमतों में तेजी आई है।
 
ओडिशा जल संसाधन के मुख्य अभियंता बी के मिश्रा ने शनिवार को कहा कि बालासोर, क्योंझर और मयूरभंज में पिछली रात भारी बारिश के कारण सुवर्णरेखा, बुधबलंग, बैतरणी और सालंदी में जल स्तर की निगरानी की जा रही है।
 
झारखंड में शुक्रवार की शाम से तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हो रही है। इससे सैकड़ों पेड़ एवं बिजली के खंभे उखड़ गये हैं जबकि कई जिलों में निचले इलाके जलमग्न हो गये हैं।
 
एक अधिकारी ने बताया कि पश्चिम सिंहभूम जिले में शनिवार की सुबह मिट्टी की दीवार गिरने की घटना में एक महिला की मौत हो गई। भारी बारिश के कारण विभिन्न शहरों में लंबे समय तक बिजली की आपूर्ति बाधित हुयी है और लोगों को सड़क जाम का सामना करना पड़ा है, इस कारण सामान्य जन-जीवन अस्तव्यस्त हो गया।
 
रांची स्थित बिरसा मुंडा हवाई अड्डे के अधिकारियों ने बताया कि दोपहर दो बजे तक शनिवार को खराब मौसम के कारण दो उड़ानों को रद्द कर दिया गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि रविवार को पश्चिमी मध्य प्रदेश और सोमवार को पूर्वी राजस्थान में भारी बारिश का अनुमान है।
 
इस बीच, जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में त्रिकुटा पहाड़ी पर स्थित माता वैष्णो देवी मंदिर की यात्रा आज सुबह फिर से शुरू हो गई, क्योंकि भारी बारिश के बाद रात में यात्रा पर अस्थायी तौर पर रोक लगा दी गई थी।

राजस्थान में ऑरेंज अलर्ट : नए मौसमी बदलाव के चलते अगले चौबीस घंटों में जयपुर सहित राजस्थान के अनेक जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। साथ ही राज्‍य के कम से कम 19 जिलों में अगले तीन दिनों में अति भारी बारिश के अनुमान के साथ ही ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया गया है।
 
मौसम विभाग के अनुसार, झारखंड, सीमावर्ती ओडिशा व पश्चिम बंगाल के ऊपर बने अति दबाव के क्षेत्र के कारण राजस्‍थान में अगले तीन दिनों (21, 22 व 23 अगस्‍त) में अनेक इलाकों में भारी से अति भारी बारिश होने का अनुमान है।
 
इसके अनुसार, आगामी 24  घंटों के दौरान यानी रविवार (21 अगस्‍त) को राज्‍य के करौली, सवाई माधोपुर, बारां, झालावाड़, कोटा व बूंदी में अति भारी (115 से 205 मिलीमीटर) बारिश होने का 'ऑरेंज अलर्ट' है। इस दौरान जयपुर के साथ अलवर, भरतपुर, अजमेर, सीकर, धौलपुर, चित्तौड़गढ़ आदि जिलों में भारी बारिश की चेतावनी (येलो अलर्ट) है।
 
विभाग के अनुसार, 22 अगस्‍त को बारां, कोटा, सवाई माधोपुर, करौली, धौलपुर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, उदयपुर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा व डूंगरपुर जिलों में अति भारी बारिश की चेतावनी (ऑरेंज अलर्ट) है। इस दौरान झालावाड़ व बांसवाड़ा जिलों में विशेष रूप से अति भारी बारिश की चेतावनी है। जबकि 23 अगस्‍त को जोधपुर, पाली, राजसमंद, सिरोही, जालोर व बाड़मेर जिले में मूसलाधार बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मौसम केंद्र के अनुसार 24  घंटे में राज्‍य में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम दर्ज की बारिश हुई है, सबसे अधिक 81.0 मिलीमीटर बारिश राजाखेड़ा (धौलपुर) में दर्ज की गई है।
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