जम्मू-कश्मीर में बारिश से तबाही, कटरा में दिखा बाण गंगा का रौद्र रूप, हिमकोटि मार्ग पर गिरे पत्थर
जम्मू। बारिश ने एक बार फिर जम्मू कश्मीर में तबाही मचाई है। भारी बारिश के कारण वैष्णो देवी की यात्रा रात भर रूकी रही। पहली बार कटड़ा के लोगों ने बाण गंगा का रौद्र रूप भी देखा। तो उधमपुर में एक मकान ढहने से दो बच्चों की मौत हो गई। जबकि रियासी के तलवाड़ा में रह रहे विस्थापितों के क्वार्टरों में पानी ने घुस कर तबाही मचाई है।
बारिश के कारण रोक दी गई वैष्णो देवी बहाल कर दी गई है। यात्रियों को पहले कटड़ा में ही रोक दिया गया था। कल मूसलाधार बारिश से यात्रा बाण गंगा में ही रोकनी पड़ी। ऊपर पहाड़ों पर हो रही बारिश का पानी बहकर रास्ते पर आ गया था। इसके बाद एहतिहाती कदम उठाते हुए श्रद्धालुओं को आगे जाने से रोक दिया गया। हिमकोटि मार्ग भी पत्थर गिरने के कारण बंद रहा।
माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ के कारण किसी भी तरह के जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं है। यात्रा रोक दिए जाने के बाद श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों पर ठहराया गया था।
यात्रा सुबह तक अस्थायी तौर पर रोकी गई और शनिवार सुबह मौसम व यात्रा मार्ग पूरी तरह से सुरक्षित होने के बाद 5 बजे श्रद्धालुओं को यात्रा शुरू करने की इजाजत दे दी गई।
यात्रा आरंभ होते ही बाण गंगा मुख्य द्वार पर एक बार फिर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के सीइओ अंशुल गर्ग ने बताया कि बारिश के दौरान यात्रा मार्ग पर अचानक आई बाढ़ की वजह से किसी तरह की कोई क्षति नहीं पहुंची है।
इस बीच उधमपुर जिले के मुत्तल इलाके के समोले गांव में भूस्खलन की वजह से मिट्टी का मकान गिर गया। मलबे में दबने से दो बच्चों की मौत हो गई। सूचना मिलने के बाद बचाव दल मौके पर पहुंचा और घर के मलबे से शवों को निकाला।
पुलिस ने हादसे की पुष्टि करते हुए कहा कि देर रात हादसे की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीम बचाव कार्य के लिए गांव में पहुंच गई थी। घंटों की मशक्कत के बाद दोनों बच्चों को मलबे से निकाला गया। उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। डाक्टरों ने दोनों बच्चों को मृत लाया घोषित कर दिया।
दूसरी ओर भूस्खलन व वर्षा से शुक्रवार को रियासी स्थित तलवाड़ा विस्थापितों के 11 क्वार्टरों में पानी घुस गया। इससे अफरा-तफरी मच गई। विस्थापित अपने बच्चों व बुजुर्गों को लेकर बाहर की तरफ भागने लगे। इन क्वार्टरों में रहने वाले विस्थापित बेघर हो गए हैं। उनका सारा सामान पानी व मलबे में दबकर नष्ट हो गया। मौके पर पहुंचे तहसीलदार ने इन्हें सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित करने की बात कही है।