नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (AAP) ने शनिवार को आरोप लगाया कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के बारे में भाजपा इस उम्मीद में लगातार झूठ बोल रही है कि एक दिन लोग उस पर विश्वास करने लगेंगे। आप ने कहा कि सिसोदिया के घर पर 15 घंटे चली सीबीआई की छापेमारी और देशभर में 30 स्थानों पर छापेमारी में कुछ नहीं मिला। आई ने शुक्रवार को सिसोदिया के आवास के साथ-साथ कुछ नौकरशाहों और कारोबारियों के ठिकानों सहित 31 स्थानों पर छापेमारी की कार्रवाई की थी।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दिल्ली आबकारी नीति में अनियमितताओं का मुख्य साजिशकर्ता करार देने वाले केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के बयान पर पलटवार करते हुए आप ने कहा कि देश देख रहा है कि किस तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली सरकार को परेशान करने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रहे हैं।
आप के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि सीबीआई ने 31 ठिकानों पर छापेमारी की और कई घंटे तक तलाशी ली लेकिन जांच एजेंसी ने यह नहीं बताया कि उन्हें सिसोदिया के आवास पर क्या मिला या उन्होंने कितना सोना बरामद किया।
भारद्वाज ने सीबीआई की छापेमारी को व्यर्थ की कवायदकरार दिया और कहा कि एजेंसी ने सिसोदिया के आवास की तलाशी लेने के लिए कम से कम 900 अधिकारियों को तैनात किया था लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला।
एफआईआर में 15 लोगों के नाम : सीबीआई ने दिल्ली आबकारी नीति लागू करने के दौरान भ्रष्टाचार के मामले में शनिवार को पूछताछ शुरू की और तीन आरोपियों के बयान दर्ज किए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आवास सहित 31 स्थानों पर की गई छापेमारी के दौरान जब्त दस्तावेजों की एजेंसी जांच कर रही है। सीबीआई द्वारा दर्ज प्राथमिकी में सिसोदिया सहित 15 लोगों के नाम हैं।
अधिकारियों ने बताया कि तीन आरोपियों को सीबीआई मुख्यालय बुलाया गया और उनके बयान दर्ज किए गए और उनसे छापेमारी के दौरान वित्तीय लेन-देन के दस्तावेजों के संबंध में पूछताछ की गई। उन्होंने बताया कि आरोपियों को करीब 12 घंटे की पूछताछ के बाद घर जाने दिया गया और उनमें से कुछ को दोबारा पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
अधिकारियों ने कहा कि दस्तावेजों और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के साथ-साथ बैंक लेन-देन की जांच पूरी होने के बाद अन्य आरोपियों को भी समन भेजे जाएंगे। विशेष अदालत के समक्ष बुधवार को सीबीआई द्वारा दायर प्राथमिकी की प्रति प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को भी साझा की जा रही है जो मनी लांड्रिंग के आरोपों की जांच करेगी।
सीबीआई द्वारा करोड़ों रुपए के कम से कम दो भुगतानों की जांच की जा रही है जो सिसोदिया के करीबी सहयोगियों को इंडोस्प्रिट्स के मालिक समीर महेंद्रू द्वारा किए गए। महेंद्रू शराब करोबारी हैं और वह उन शराब कारोबारियों में से एक हैं जो आबकारी नीति बनाने और लागू करने में हुई कथित अनियमितताओं में सक्रिय रूप से संलिप्त थे।
केंद्रीय एजेंसी ने प्राथमिकी में आरोप लगाया है कि सिसोदिया के करीबी सहयोगी और गुरुग्राम स्थित बडी रिटेल प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक अमित अरोड़ा, दिनेश अरोड़ा और अर्जुन पांडे शराब लाइसेंसधारियों से अवैध रूप से प्राप्त धन के प्रबंधन और उसे आरोपी नौकरशाहों तक पहुंचाने में सक्रिय रूप से संलिप्त थे। शुक्रवार को तलाशी अभियान लगभग 15 घंटे तक चला था और सीबीआई की टीम देर रात लगभग 11 बजे सिसोदिया के घर से गई।
अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने सिसोदिया, भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी एवं पूर्व आबकारी आयुक्त आरव गोपी कृष्ण के आवास के साथ-साथ 29 अन्य स्थानों की तलाशी ली थी। उन्होंने बताया कि केंद्रीय एजेंसी ने यह कार्रवाई पिछले साल नवंबर में आबकारी नीति बनाने और लागू करने में कथित भ्रष्टाचार एवं रिश्वतखोरी के आरोपों के सिलसिले में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद की।
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना द्वारा मामले की जांच सीबीआई से कराने की अनुशंसा के बाद यह नीति इस साल जुलाई में वापस ले ली गई थी। सीबीआई ने 17 अगस्त को प्राथमिकी दर्ज की थी। केंद्रीय एजेंसी ने भारतीय दंड संहिता के तहत आपराधिक साजिश और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।
सीबीआई ने सिसोदिया, कृष्ण, पूर्व आबकारी उपायुक्त आनंद तिवारी और सहायक आबकारी आयुक्त पंकज भटनागर सहित नौकरशाहों, नौ कारोबारियों और दो कंपनियों को मामले में नामजद किया है। सिसोदिया ने छापेमारी के बाद शुक्रवार को कहा था कि सुबह सीबीआई की टीम पहुंची और पूरे घर की तलाशी ली। मेरे परिवार और मैंने उन्हें पूरा सहयोग दिया। उन्होंने मेरा कंप्यूटर और मोबाइल फोन जब्त कर लिया। वे कुछ फाइल भी ले गए।
सिसोदिया ने आरोप लगाया था कि अरविंद केजरीवाल सरकार को दिल्ली में अच्छा काम करने से रोकने के लिए केंद्र सरकार एजेंसी का दुरुपयोग कर रही है। सीबीआई ने बुधवार को विशेष अदालत के समक्ष प्राथमिकी दर्ज करने के बाद शुक्रवार को सुबह आठ बजे सात राज्यों में छापेमारी की कार्रवाई शुरू की थी।
अधिकारियों ने बताया कि यह कार्रवाई दिल्ली, गुरुग्राम (हरियाणा), चंडीगढ़, मुंबई (महाराष्ट्र), हैदराबाद (तेलंगाना), लखनऊ (उत्तर प्रदेश), बेंगलुरु (कर्नाटक) के 31 ठिकानों पर की गई और इस दौरान दस्तावेज, डिजिटल रिकॉर्ड आदि जब्त किए गए। (इनपुट एजेंसी)