Army Recruitment Scam Case : सेना भर्ती घोटाला केस में CBI की छापेमारी, लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक के 6 अधिकारियों पर मामला दर्ज
नई दिल्ली। सीबीआई (CBI) ने सेवा चयन बोर्ड केंद्रों के जरिए सेना में अफसरों की भर्ती में कथित भ्रष्टाचार को लेकर लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक के 6 अधिकारियों और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है। अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि मामले के संबंध में कई स्थानों पर तलाशी ली गई।
उन्होंने बताया कि सेना हवाई रक्षा कोर के एमसीएसएनए भगवान भर्ती गिरोह का कथित मास्टरमाइंड है और उसके खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।
सीबीआई ने ब्रिगेडियर (सतर्कता) वीके पुरोहित की शिकायत पर कार्रवाई की है। शिकायत में आरोप लगाया गया था कि 28 फरवरी 2021 को जानकारी मिली की नई दिल्ली के बेस अस्पताल में अस्थायी तौर पर खारिज किए गए अधिकारी अभ्यर्थियों की समीक्षा चिकित्सा परीक्षा को पास कराने के लिए सेवारत कर्मी कथित रूप से रिश्वत लेने में शामिल हैं।
अधिकारियों ने बताया कि शिकायत में कहा गया है कि लेफ्टिनेंट कर्नल भगवान फिलहाल अध्ययन अवकाश पर हैं और नायब सुबेदार कुलदीप सिंह एसएसबी केंद्रों में संभावित अधिकारी अभ्यर्थियों से रिश्वत मांगने में कथित रूप से शामिल है।
उन्होंने बताया कि एजेंसी ने सेना के 23 कर्मियों और नागिरकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है जिनमें अधिकारियों के संबंधी भी शामिल हैं। यह मामला रिश्वत मांगने और रिश्वत दिलाने के आरोपों में दर्ज किया गया है।
सेना भर्ती प्रश्नपत्र लीक मामले में सेना के दो मेजरों की पुलिस हिरासत बढ़ी
पुणे की एक अदालत ने भर्ती परीक्षा प्रश्नपत्र लीक के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए सेना के मेजर रैंक के दो अधिकारियों की पुलिस हिरासत सोमवार को 20 मार्च तक के लिए बढ़ा दी।
पुणे पुलिस ने मेजर वसंत विजय किलारी (45) और मेजर तिरू मुरुगन थांगवेलु (47) को पकड़ रखा है। पुलिस भर्ती परीक्षा प्रश्नपत्र लीक मामले की जांच कर रही है जो 28 फरवरी का सामने आया था।
सरकारी वकील प्रेम कुमार अग्रवाल ने अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश एस आर नवंदर की अदालत में कहा कि पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि यह तय किया गया था कि थांगवेलु प्रश्नपत्र के लिए किलारी को 25,00,000 रूपये देंगे और किलारी को एक और आरोपी को पैसे देने थे। अग्रवाल ने कहा कि किलारी ने व्हाट्सअप के माध्यम से थांगवेलु को प्रश्नपत्र भेजा और फिर इस आंकड़े को हटा दिया।
अभियोजन पक्ष ने अदालत से कहा कि पुलिस ने विशेषज्ञों की मदद से आंकड़े बरामद कर लिये हैं और इस मामले में उनकी संलिप्तता की जांच की जरूरत है। इसी के साथ पुलिस ने आरोपियों की हिरासत बढ़ाने की मांग की।
अग्रवाल ने कहा कि पुलिस ने किलारी एवं थांगवेलु के बीच तमिल में हुई बातचीत का ऑडियो क्लिप बरामद किया है और जांच के तहत उसका अनुवाद किया जा रहा है। दलीलें सुनने के न्यायाधीश नवंदर ने थांगवेलु और किलारी की हिरासत 20 मार्च तक बढ़ा दी।
28 फरवरी को पुणे के बीईजी सेंटर और देशभर में अन्य 40 स्थानों पर आर्मी रिलेशन रिक्रूटमेंट एक्जाम होना था लेकिन इस लीक के चलते परीक्षा रद्द कर दी गयी। इस मामले में अब तक सात लोग गिरफ्तार किए गए हैं। (भाषा)