भारत से परमाणु युद्ध की आशंकाओं से डरे पाकिस्तानी पीएम इमरान खान, बोले विनाशकारी होंगे परिणाम...
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने क़तर के न्यूज़ चैनल अल-जज़ीरा को इंटरव्यू दिया है। इसमें उन्होंने भारत से परमाणु युद्ध की आशंकाओं पर बात की। इमरान खान ने भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध की संभावनाओं पर कहा, अगर भारत एयर स्ट्राइक करता है तो इसका जवाब उसी आक्रामक रवैए से दिया जाएगा। इंटरव्यू में उन्होंने यह भी कहा, अगर भारत की भाजपा सरकार ऐसा करती है तो मुझे डर है कि 2 परमाणु शक्तियां आमने-सामने होंगी और इसके परिणाम विनाशकारी होंगे।
खबरों के अनुसार, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि उनकी सरकार कश्मीर मुद्दे को हर मंच पर उठाएगी। इमरान खान ने भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध की संभावनाओं पर कहा, अगर भारत एयर स्ट्राइक करता है तो इसका जवाब उसी आक्रामक रवैए से दिया जाएगा।
उन्होंने कहा, भाजपा की फासीवादी सरकार अगर इस तरह का हमला करती है, जैसा कि वह पहले भी कर चुकी हैं तो मुझे डर है की 2 परमाणु शक्तियां आमने-सामने होंगी और इसके परिणाम भयावह होंगे, कोई कट्टर दिमाग ही ऐसा सोच सकता है।
इमरान ख़ान ने कहा, हमने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से लेकर इस्लामिक देशों के फ़ोरम पर कश्मीर के मुद्दे को उठाया है, लेकिन हर इस्लामिक देश के भारत के साथ अपने व्यक्तिगत संबंध हैं, तो हम उनसे ज़्यादा उम्मीद नहीं रख सकते लेकिन पाकिस्तान का ये कर्तव्य है। हम कश्मीरियों के लिए आवाज़ उठाते रहेंगे।
खान ने कहा कि अगर अफगानिस्तान अनिश्चितता का शिकार होता है तो पाकिस्तान को भी इसके परिणाम भुगतने होंगे क्योंकि दोनों देश 2,600 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करते हैं। अफगान संकट पर चिंता जताते हुए खान ने कहा कि पड़ोसी देश में लोग भूख से मर रहे हैं और अमेरिका को उनकी सहायता करनी चाहिए।
उन्होंने कहा, मुझे नहीं पता है कि अमेरिका अफगानिस्तान में क्या हासिल करना चाहता था। तथाकथित युद्ध (आतंकवाद के खिलाफ) के नाम पर उन्होंने 20 साल तक देश पर कब्जा जमाए रखा। अगर लक्ष्य सिर्फ अलकायदा को खत्म करना था, तो वह दो साल में ही पूरा हो गया था।
वहीं दूसरी ओर भारत ने हमेशा ही पाकिस्तान द्वारा जम्मू-कश्मीर के संबंध में दिए गए सभी संदर्भों को खारिज किया है और उसका कहना है कि वह भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा है। भारत ने बार-बार पाकिस्तान से कहा है कि वह देश के आंतरिक मामलों में दखल नहीं दे।