ऊर्जा से भरपूर रणवीर सिंह खाली बैठे क्या कर रहे हैं? क्या सोच रहे हैं?
देश में कोरोनो वायरस महामारी के फैलने के बाद से रणवीर सिंह सोशल मीडिया पर बहुत शांत हैं। इस बीमारी के कारण होने वाले जान और आर्थिक नुकसान से वे चिंतित हैं।
रणवीर कहते हैं, ''मैं लॉकडाउन से कुछ अलग ही तरह से जुड़ा हूं। पहले दो सप्ताह हुआ कुछ महसूस हुआ, लेकिन इसके बाद दो महीने यूं ही निकल गए। रोजाना सुबह उठता हूं। अखबार पढ़ता हूं। हर बात की जानकारी लेता हूं कि इस महामारी के कारण भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर में फैले मेरे भाई-बहनों के साथ क्या हो रहा है?'
जिस तरह से लोग मौत के मुंह में समा रहे हैं, रणवीर अपने आपको सोशल मीडिया पर लोगों से बात करने के लिए सही अवस्था में नहीं पाते। वे कहते हैं 'आप जानते ही हैं कि दुनिया किस मुसीबत का सामना कर रही है। इसका असर इमोशनली और मेंटली मुझ पर भी हो रहा है। मुझे नहीं लगता कि मैं सभी के सामने के लिए आने के लिए तैयार हूं।'
हालांकि रणवीर आशावादी और सकारात्मक हैं। उनका मानना है कि जल्दी ही परिस्थितियां सामान्य हो जाएंगी। वे कहते हैं 'मैं घर पर हूं और इस बात की कोशिश करता हूं कि सारा समय सकारात्मक रहूं। आशावादी रहूं। इस अंधियारे में भी कुछ उजला देखूं। मैं कुछ भी नहीं करने के अनुभव का भी मजा ले रहा हूं। इसका भी अपना ही मजा है।'
रणवीर के लिए पिछले कुछ साल व्यस्तता से भरे रहे। शूटिंग, प्रमोशन के लिए वे पिछले 5 सालों से भागमभाग कर रहे हैं। वे कहते हैं 'कोरोना के आने के पहले जिंदगी की रफ्तार बहुत तेज थी। पद्मावत, सिम्बा, गली बॉय जैसी फिल्में लगातार की। वर्कलोड बढ़ता ही जा रहा था। लॉकडाउन पीरियड में मुझे थमने का अवसर मिला है।'
साथ ही वे यह भी कहते हैं 'लॉकडाउन के कारण मुझे आत्मविश्लेषण का मौका मिला है। अपने आप पर ध्यान दे पा रहा हूं। अपनी पत्नी के साथ समय बिताना मुझे अच्छा लग रहा है। शादी के बाद हम दोनों इतने ज्यादा व्यस्त रहे हैं कि साथ में कम रह पाए हैं। तो इस समय हमें एक-दूसरे को फिर से अलग अंदाज में जानने का मौका मिला है, रिश्ते को मजबूत करने का मौका मिला है।'