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Last Modified: बागपत , शनिवार, 16 अगस्त 2025 (17:14 IST)

यमुना नदी के पास फटी IOC की गैस पाइपलाइन, 35 फुट ऊपर उछला पानी, कई गांवों में दहशत

IOC gas pipeline burst near Yamuna
IOC gas pipeline burst near Yamuna in Baghpat district: उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में शनिवार को उस समय हड़कंप मच गया जब यमुना नदी के पास से गुजर रही इंडियन ऑइल कॉर्पोरेशन (IOC) की हाई-प्रेशर गैस पाइपलाइन अचानक तेज धमाके के साथ फट गई। धमाका इतना जोरदार था कि नदी का पानी करीब 35 फुट तक हवा में उछल गया। अचानक हुई घटना से काठा और मविकला क्षेत्र से सटे गांवों में दहशत और अफरा-तफरी मच गई, लेकिन गनीमत रही कि समय रहते गैस सप्लाई बंद कर दी गई, जिसके चलते बड़ा हादसा होने से टल गया।
 
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक यह घटना बागपत जिले के काठा और मविकला गांव के बीच यमुना नदी के तट पर हुई। धमाका इतना तेज था कि नदी का पानी ऊंची लहरों की तरह उछलता दिखाई दिया, पानी की तेज आवाज के साथ फव्वारे उठने लगे। धमाके की आवाज दूर-दराज के गांवों तक सुनाई दी, जिससे लोग दहशत में आ गए और बड़ी संख्या में ग्रामीण घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े।
 
तकनीकी टीम जांच में जुटी : यह गैस पाइपलाइन दादरी (नोएडा) से शुरू होकर हरियाणा के पानीपत तक बिछी हुई है और इंडियन ऑइल की महत्वपूर्ण ऊर्जा आपूर्ति लाइन है। प्रारंभिक जांच में आशंका जताई जा रही है कि बाहरी दबाव या बाहरी भारी वस्तु की टक्कर के कारण यह क्षतिग्रस्त हुई होगी। तकनीकी टीम इसकी विस्तृत जांच में जुट गई है, वहीं ब्लास्ट जैसी कोई बात अभी तक सामने नही आई है।
 
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और जिला प्रशासन मौके पर भारी पुलिस बल के साथ पहुंचा। एहतियात के तौर पर एंबुलेंस को भी घटनास्थल पर तैनात कर दिया गया। स्थानीय प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए तुरंत IOC अधिकारियों से समन्वय स्थापित करते हुए तुरंत गैस आपूर्ति बंद कराई, जिससे कोई बड़ी दुर्घटना जनहानि के रूप में नहीं हुई।
 
सुरक्षा को लेकर विशेषज्ञों के सवाल : इंडियन ऑइल के तकनीकी विशेषज्ञों की टीम मौके पर पहुंच गई और पाइपलाइन की मरम्मत के साथ-साथ दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है। सुरक्षा की दृष्टि से आसपास के गांवों में पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है और लोगों से अपील की गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन का सहयोग करें।
 
यह हादसा एक बार फिर यह सोचने को मजबूर करता है कि रिहायशी इलाकों और संवेदनशील क्षेत्रों में गुजरने वाली गैस पाइपलाइनों की सुरक्षा को लेकर और सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की हाई-प्रेशर पाइपलाइनों की निगरानी और समय-समय पर तकनीकी जांच अनिवार्य है, ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala 
 
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