मंगलवार, 19 नवंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. उत्तर प्रदेश
  4. Hydro power project on Dhauli Ganga completely destroyed
Written By Author अवनीश कुमार
Last Updated : रविवार, 7 फ़रवरी 2021 (19:14 IST)

Uttarakhand glacier burst : ऋषिगंगा नदी और धौली गंगा पर हाइड्रो पॉवर प्रोजेक्ट पूरी तरह हुआ तबाह, बचाव कार्य में सेना

Uttarakhand glacier burst : ऋषिगंगा नदी और धौली गंगा पर हाइड्रो पॉवर प्रोजेक्ट पूरी तरह हुआ तबाह, बचाव कार्य में सेना - Hydro power project on Dhauli Ganga completely destroyed
उत्तराखंड। उत्तराखंड में चमोली ग्लेशियर टूटने से सबसे ज्यादा नुकसान हाइड्रो पॉवर प्रोजेक्ट को पहुंचा है। आईटीबीपी ने अब तक 9-10 शव बरामद किए हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीमें मौके पर पहुंची हैं। श्रीनगर, ऋषिकेश और हरिद्वार में अलर्ट है। मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड में ऋषिगंगा नदी पर हाइड्रो पॉवर प्रोजेक्ट और धौली गंगा पर हाइड्रो पॉवर प्रोजेक्ट पूरी तरह तबाह हो गए हैं।
जोशीमठ-मलारिया हाईवे पर बीआरओ का ब्रिज भी बह गया। यहीं पर मौजूद 6 लोग अपने जानवरों के साथ बह गए। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत ने बताया कि उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने के कारण ऋषिगंगा हाइड्रो पॉवर प्रोजेक्ट क्षतिग्रस्त हुआ है और नदी का जलस्तर बढ़ने की सूचना मिली है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्रसिंह रावत को इस संबंध में सहायता का आश्वासन दिया है और हम इस घटना पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।
 
राज्य के पुलिस महानिरीक्षक अशोक कुमार ने मीडिया के साथ बातचीत में जानकारी साझा की कि ऋषि गंगा पार प्रोजेक्ट में 50 से अधिक मजदूर काम करते थे। इस हादसे के बाद मजदूरों का कोई अता-पता नहीं है। इनके बह जाने की ज्यादा आशंका है। चमोली में ग्लेशियर टूटने की घटना के बाद ऋषिकेश-बद्रीनाथ नेशनल हाईवे को ऐहतियातन बंद किया गया है। देवप्रयाग और निचले इलाकों के लोगों के लिए अब खतरे की बात नहीं है। पुलिस राहत एवं बचाव तेजी से कर रही है। एसएसपी हरिद्वार का कहना है कि निचले इलाकों में रहने वालों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्‍होंने कहा कि हमने बाढ़ चौकियों को भी एक्टिव कर दिया है।
150 लोग लापता, 3 शव बरामद : आईटीबीपी के महानिदेशक एसएस देसवाल ने बताया कि 150 से अधिक लोग लापता हैं। उत्तराखंड में तपोवन बांध के पास एक निर्माणाधीन सुरंग थी, जहां लगभग 20 मजदूर फंसे हुए हैं। घटनास्थल पर तैनात आटीबीपी की टीम बचाव अभियान चला रही है। हम लापता लोगों की जानकारी जुटाने के लिए एनटीपीसी के प्रबंधन दल के संपर्क में हैं।
 
उन्होंने कहा कि साइट पर लगभग 100 कार्यकर्ता थे जिनमें से 9-10 लोगों के शव नदी से बरामद किए गए हैं। अभी सर्च ऑपरेशन चल रहा है। 250 आईटीबीपी के जवान मौजूद हैं, जल्द ही भारतीय सेना की टीम भी मौके पर पहुंच रही है। आईटीबीपी के जवान तपोवन सुरंग को खोलने के लिए खुदाई कर रहे हैं, जो मलबे के कारण पूरी तरह से ब्लॉक हो गया है। इस बीच प्रशासन ने भी जानकारी दी है कि चमोली त्रासदी में करीब 150 लोग लापता हैं जबकि अभी 3 शव बरामद किए गए हैं।
सेना की 6 टुकड़ियां बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भेजी गईं : सेना की 6 टुकड़ियां उत्तराखंड में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की ओर रवाना की गई हैं। भारतीय सेना ने उत्‍तराखंड सरकार और एनडीआरएफ की मदद के लिए चॉपर और सैनिकों को तैनात किया है। ऋषिकेश के पास स्थित मिलिट्री स्‍टेशन रेस्‍क्‍यू और रिलीफ ऑपरेशन में को-ऑर्डिनेट कर रहा है। आर्मी हेडक्‍वार्टर्स से भी हालात पर नजर रखी जा रही है। सेना के करीब 600 जवानों को बाढ़ प्रभावित इलाकों में भेजा जा रहा है। वायुसेना के एएलएच और चीता हेलीकॉप्टर स्टैंडबाय मोड पर तैयार रखे गए हैं।
ये भी पढ़ें
उत्तराखंड बाढ़: 2019 के एक अध्ययन ने हिमालय के ग्लेशियर के तेज गति से पिघलने को लेकर चेताया था