बुआ-भतीजे का कमाल, फूलपुर के साथ जीता गोरखपुर...
लखनऊ। आखिरकार सुबह से चल रही जद्दोजहद में अंतोगत्वा विराम लगा और गोरखपुर व फूलपुर में समाजवादी पार्टी की साइकल चल पड़ी और लखनऊ के पार्टी कार्यालय में इस जीत का जश्न बड़े ही जोरशोर से मनाया जा रहा है। इसी जश्न के बीच में कुछ समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता तो खुशी में यहां तक कह गए कि हमने तो फूलपुर को पक्का समझा था और गोरखपुर को लेकर अंदेशा था, लेकिन बुआ-भतीजे की जोड़ी ने कमाल कर दिया।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रतिष्ठा बनी हुई सीट गोरखपुर भी उनसे छीन ली। इतना कहते हुए कार्यकर्ता खुशी में अखिलेश यादव जिंदाबाद और मायावती जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। एक समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता से जब बात की तो उसने नाम ना छापने का निवेदन करते हुए बताया कि 11 मार्च को जिस दिन मतदान होना था उस दिन से लेकर आज तक सिर्फ पार्टी कार्यालय के अंदर फूलपुर को लेकर ज्यादा बातचीत हो रही थी और फूलपुर समाजवादी पार्टी जीत रही है।
इसको लेकर पार्टी के आलाकमान व सभी नेताओं को पूर्ण विश्वास था लेकिन जब इसी बीच गोरखपुर को लेकर बातचीत होती थी तो कहीं ना कहीं आलाकमान व हमारे वरिष्ठ नेता यह कहकर पल्ला झाड़ लेते थे कि हार-जीत का अंतर बहुत कम होगा, बाकी देखते हैं, क्या होता है। उसके पीछे की मुख्य वजह यह भी है कि लगातार पांच बार से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भारी मतों से चुनाव जीतते चले आ रहे थे और समाजवादी पार्टी पिछले 25 वर्षों में सिर्फ यहां संघर्ष करती नजर आ रही थी।
समाजवादी पार्टी के नेता ने मजाक-मजाक में यह भी कह डाला कि योगीजी के अभेद किले को समाजवादी पार्टी ने धराशायी कर डाला। अब 2019 में नरेंद्र मोदी को भी अखिलेश यादव की ताकत का अहसास करा देंगे। इसी बीच जश्न के माहौल में समाजवादी पार्टी के कार्यालय में राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पहुंचकर पत्रकारों से कहा कि मैं गोरखपुर व फूलपुर की जनता को बहुत-बहुत धन्यवाद देना चाहता हूं और मायावतीजी को आभार प्रकट करना चाहता हूं।
अखिलेश यादव ने कहा कि मैं आपके माध्यम से बता देना चाहता हूं कि जो सरकार जनता को दुख देती है, जनता उसको सही मौके पर सही जवाब देती है। अच्छे दिन तो आए नहीं, लेकिन जनता एक हो गई और बीजेपी के बुरे दिन लाने का काम किया। आप सभी का बहुत आभार प्रकट करता हूं और बहुत-बहुत धन्यवाद आपको भी कहता हूं।