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Written By निष्ठा पांडे
Last Updated : बुधवार, 10 फ़रवरी 2021 (14:13 IST)

जियो सर्जिकल स्कैनिंग से तपोवन टनल में फंसे लोगों की खोज, 2 लापता जिंदा मिले

जियो सर्जिकल स्कैनिंग से तपोवन टनल में फंसे लोगों की खोज, 2 लापता जिंदा मिले | Uttarakhand News In Hindi/ DEHRADUN News In Hindi/ Geo Surgical scanning discovers people trapped in Tapovan tunnel
देहरादून। ड्रोन और हेलीकॉप्टर के जरिए SDRF द्वारा अत्याधुनिक तकनीक ब्लॉक टनल जियो सर्जिकल स्कैनिंग का इस्तेमाल कर तपोवन टनल में फंसे लोगों को खोजने का काम जारी है। SDRF सहित देश की अनेक एजेंसियां राहत कार्य मे लगी हुई हैं। दूसरी ओर, लापता 206 लोगों में से 2 जीवित मिले हैं। 
 
आपदा के तत्काल पश्चात ही SDRF ने पूरी ताकत से रेस्क्यू कार्य आरंभ कर दिया था। रेस्कयू के साथ ही SDRF ने सर्चिंग के लिए भी युद्धस्तर पर प्रयास किया। श्रीनगर क्षेत्र में मोटरवोट एवं राफ्ट से सर्चिंग आरंभ की, तो अन्य अनेक टुकड़ियों ने नदी तटों पर तलाश जारी रखी, 9 फरवरी रात्रि तक SDRF ने अलग-अलग स्थानों से लगभग 32 शवों को खोजकर सिविल पुलिस के सुपर्द किया।

सर्चिंग में गति लाने के लिए राज्य आपदा प्रतिवादन बल (SFRF) के द्वारा ड्रोन सर्चिंग एवं डॉग स्क्वाड की भी मदद ली गई।  SDRF टीमों के द्वारा प्रभावित रेणी गांव में जाकर ग्रामीणों के लिए रसद पहुंचाई, जबकि सेनानायक SDRF नवनीत भुल्लर द्वारा ग्रामीणों से बातचीत कर समस्याओं की जानकारी ली और तत्काल ही निराकरण हेतु आदेश दिए। 
 
विशेष तकनीक का इस्तेमाल : इसके साथ ही SDRF रेस्क्यू ऑपरेशन में श्रीमती रिद्धिमा अग्रवाल उपमहानिरीक्षक SDRF द्वारा नजर रखी जा रही है, किंतु इस सबके पश्चात भी ऑपरेशन अपने अंजाम तक नहीं पहुंच पा रहा है क्योंकि दूसरी टनल में फंसे लगभग 30 से 35 मजदूरों तक पहुंचने का मार्ग अभी भी अवरुद्ध है। सभी एजेंसियां रास्ते को साफ कर मजदूरों तक पहुंच बनाने का प्रयास कर रही हैं। सर्चिंग को अंजाम तक पहुंचाने के लिए DIG SDRF श्रीमती अग्रवाल द्वारा विशेष प्रकार की तकनीक के इस्तेमाल की अनुमति दी है।
 
इस तकनीक में ड्रोन और हेलीकॉप्टर के जरिए ब्लॉक टनल की जियो सर्जिकल स्कैनिंग कराई जा रही है। जिसमें रिमोट सेंसिंग के जरिए टनल की ज्योग्राफिकल मैपिंग कराई जाएगी और टनल के अंदर मलवे की स्थिति के अलावा और भी कई तरह की जानकारियां स्पष्ट हो पाएंगी। इसके अलावा थर्मल स्कैनिंग या फिर लेजर स्कैनिंग के जरिए तपोवन में ब्लॉक टनल के अंदर फंसे कर्मचारियों के होने की कुछ जानकारियां भी एसडीआरएफ को मिल पाएंगी।
 
तकनीक के जरिए चमोली तपोवन में ब्लॉक टनल के अंदर पहुंचने का काम किया जा रहा है तो वहीं डाटा कलेक्शन के लिए ड्रोन और हेलीकॉप्टर के माध्यम से कई एजेंसियों को अलग-अलग तकनीकों के माध्यम से अंदर की जानकारियां कलेक्ट करने की जिम्मेदारी दी गई है, वर्तमान में साइंटिस्ट मैपिंग से प्राप्त डिजिटल संदेशों को पढ़ने ओर समझने की कोशिश कर रहे हैं।
 
चमोली में 2 लोग जीवित मिले : चमोली तपोवन आपदा में 206 लोग लापता थे, जिनमें से 2 लोग जिंदा मिले हैं। इनमे से एक राशिद सहारनपुर का रहने वाला है और दूसरा सूरज सिंह चमोली का रहने वाला है। ये दोनों अपने घर पर सुरक्षित हैं, जो अभी तक लापता लोगो की सूची में थे। आपदा में 204 लोग लापता हुए थे, जिसमें से 32 लोगों के शव बरामद हुए हैं और 10 क्षत-विक्षत मानव अंग बरामद हुए हैं, अब 172 लोग अभी मिसिंग है।

यूपी सरकार ने बनाया कट्रोल रूम : मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से मंगलवार को सचिवालय में यूपी के कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा, राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ धर्म सिंह सैनी एवं  विजय कश्यप ने भेंट कर जोशीमठ क्षेत्र के रैणी क्षेत्र में आई आपदा से संबंधित  बचाव एवं राहत कार्यों के संबंध में मुख्‍यमंत्री से चर्चा की। राणा ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि यूपी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर आपदा पीड़ितों की सहायता के लिए हरिद्वार में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। वहां पर एडीएम स्तर के अधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
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