Uttarakhand glacier burst live updates : ग्लेशियर टूटने से रैणी पावर प्रोजेक्ट तबाह, 14 शव निकाले गए, बचाव काम जारी
चमौली/ नई दिल्ली। उत्तराखंड में नंदा देवी ग्लेशियर का एक हिस्सा टूटने के कारण आई आपदा के बाद धौली गंगा नदी का जलस्तर रविवार की रात एक बार फिर बढ़ गया। इससे आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों में दहशत फैल गई। रात में थोड़ी देर रुकने के बाद सोमवार सुबह आईटीबीपी, भारतीय सेना, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुट गई हैं। खबरों के अनुसार अब तक करीब 10 लोगों की मौत हो गई और 170 के करीब लापता हैं। पल-पल का अपडेट-
- हाइड्रोपावर प्रॉजेक्ट इलाके की एक सुरंग में श्रमिकों एवं अन्य कर्मचारियों समेत करीब 30-35 लोगों के फंसे होने की आशंका है। अब तक 16 मजदूरों को निकाला गया है।
- चमोली जिले में तपोवन के धौलीगंगा में राहत एवं बचाव कार्य के दौरान 8 लाशें निकाली गईं। रात में थोड़ी देर रुकने के बाद सुबह आईटीबीपी, भारतीय सेना, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें काम में जुटीं।
- तपोवन डैम के पास बनी सुरंग को खोलने के लिए मलबे को हटाने के लिए जेसीबी मशीनों का उपयोग किया जा रहा है। इंडियन एयरफोर्स के हेलिकॉप्टर ने प्रभावित क्षेत्र की रेकी में पाया कि तपोवन डैम पूरी तरह से बह गया है।
09:58 AM, 8th Feb
डीआईजी, सेक्टर हेडक्वार्टर, ITBP देहरादून अपर्णा कुमार के मुताबिक बड़ी टनल को 70-80 मीटर खोला गया है, जेसीबी से मलबा निकाल रहे हैं। यहां कल से 30-40 कर्मी फंसे हुए हैं। आईटीबीपी, उत्तराखंड पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और सेना यहां संयुक्त ऑपरेशन कर रही है। क़रीब 153 लोग लापता हैं।
चमोली पुलिस के अनुसार टनल में फंसे लोगों के लिए राहत एवं बचाव कार्य जारी है। जेसीबी की मदद से टनल के अंदर पहुंच कर रास्ता खोलने का प्रयास किया जा रहा है। अब तक कुल 15 व्यक्तियों को रेस्क्यू किया गया है और अलग-अलग स्थानों से 14 शव बरामद किए गए हैं।
उत्तराखंड DGP अशोक कुमार के अनुसार ग्लेशियर टूटने से रैणी पावर प्रोजेक्ट पूरा बह गया और तपोवन भी क्षतिग्रस्त हुआ। पहले प्रोजेक्ट से 32 लोग लापता हैं और दूसरे प्रोजेक्ट से 121 लोग लापता हैं। इनमें से 10 शव बरामद हो गए हैं। तपोवन प्रोजेक्ट में दो टनल थीं, छोटी टनल से कल 12 लोगों को बचाया गया। बड़ी टनल को खोलने की कोशिश की जा रही है। टनल का मलबा बाहर निकाला जा रहा है, इस काम में सेना की टीम लगी हुई है। मुझे उम्मीद है कि टनल शाम तक खुल जाएगी।
चमोली जिले में रातभर राहत और बचाव के काम चलता रहा। आईटीबीपी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम लगातार बचाव काम में लगी हुई है। वायुसेना भी राहत के काम में लगी। सबसे ज्यादा नुकसान रैणी गांव में हुआ। खबरों के मुताबिक यहां 100 से ज्यादा लोग लापता बताए जा रहे हैं। चमोली पुलिस ने ट्वीट कर लोगों को सतर्क रहने को भी कहा है।