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Last Modified: गुरुवार, 11 सितम्बर 2025 (19:06 IST)

नेपाल में तख्तापलट के पीछे एक और कहानी, कौन हैं हृदयेन्द्र शाह और क्या है राज परिवार से इनका संबंध

Hridayendra
Gen Z protests in Nepal: नेपाल में तख्तापलट के पीछे यूं तो कई कहानियां सामने आ रही हैं, लेकिन एक नई कहानी वाकई चौंकाने वाली है। इस पूरे मामले में एक और नाम सामने आ रहा है। यह नाम है नेपाल के पूर्व राज परिवार के सदस्य 'युवराज' हृदयेन्द्र शाह का। हृदयेन्द्र का पूरा नाम हृदयेन्द्र बीर बिक्रम शाह देव है। राजशाही के अंत से पहले, उन्हें 'नवयुवराज' की उपाधि मिली हुई थी।
 
माना जा रहा है कि युवा होने के कारण वह नेपाल के Gen-Z (जेन-जेड) प्रदर्शनों का भी एक चेहरा बन गए हैं, जो मौजूदा राजनीतिक व्यवस्था से असंतुष्ट हैं और बदलाव की मांग कर रहे हैं। दरअसल, नेपाल में राजतंत्र समर्थक समूह उन्हें भविष्य के राजा के रूप में देखते हैं और उन्हें राजशाही को पुनर्जीवित करने के लिए एक बेहतर विकल्प मानते हैं। ALSO READ: नेपाल में तख्तापलट के बाद अंतरिम सरकार के गठन पर गहराया संकट, बड़ा सवाल, क्या भटक गया Gen-Z आंदोलन?
 
राजा ज्ञानेन्द्र शाह के पोते हैं हृदयेन्द्र : हृदयेन्द्र का पूरा नाम हृदयेन्द्र बीर बिक्रम शाह देव है। उनका जन्म 30 जुलाई 2002 को हुआ था। वह पूर्व क्राउन प्रिंस पारस शाह और राजकुमारी हिमानी शाह के पुत्र हैं और पूर्व राजा ज्ञानेंद्र शाह के पोते हैं। राजशाही के अंत से पहले, उन्हें 'नवयुवराज' की उपाधि मिली हुई थी। ALSO READ: कौन हैं कुलमान घिसिंग जिन्होंने नेपाल पीएम पद की दौड़ से सुशीला कार्की को पछाड़ा
 
लोग देखते हैं भावी नेता की छवि : हृदयेन्द्र ने हाल ही में जुमला जैसे दूरदराज के इलाकों में अपनी यात्राओं के वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किए हैं। इन वीडियो में उन्हें आम लोगों के साथ घुलते-मिलते और बातचीत करते देखा गया है। उनके मिलनसार व्यवहार को जनता पसंद कर रही है और उन्हें एक जमीनी नेता के रूप में देखा जा रहा है।
 
सार्वजनिक रूप से सामने आने और उनकी जनता के बीच बढ़ती लोकप्रियता ने नेपाल की राजनीति में एक नई बहस छेड़ दी है। कुछ लोग उन्हें ऐसे एक संभावित नेता के रूप में देखते हैं जो देश को एकजुट कर सकता है। कुछ समय पहले नेपाल में राजशाही समर्थकों ने बड़ी-बड़ी रैलियां की थीं। कुछ लोगों का ऐसा भी मानना है कि नेपाल में जो सत्ता परिवर्तन हुआ है, उसके पीछे हृदयेन्द्र शाह ही हैं। फिलहाल वे अमेरिका मे रहते हैं। ALSO READ: नेपाल की जेलों से भागे 6000 से ज्यादा खूंखार कैदी, बढ़ाई भारत की चिंता, सीमा पर अलर्ट
 
क्या हुआ नेपाल में : नेपाल में फिलहाल राजनीतिक अस्थिरता का माहौल है। देश में चल रहे हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। सोशल मीडिया पर सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों और व्यापक भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और खराब बुनियादी ढांचे के खिलाफ 'Gen-Z' (युवा पीढ़ी) के नेतृत्व में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इन प्रदर्शनों के दौरान हिंसा, आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएं भी हुई हैं।
 
मौजूदा राजनीतिक अस्थिरता और सरकारों के लगातार बदलते रहने से परेशान होकर, कुछ लोग राजतंत्र की वापसी की मांग कर रहे हैं। वे मौजूदा व्यवस्था से निराश हैं और मानते हैं कि राजशाही की वापसी बेहतर विकल्प साबित हो सकती है। इस बीच, इन विरोध प्रदर्शनों से नेपाल की अर्थव्यवस्था, विशेषकर पर्यटन उद्योग को भारी नुकसान हुआ है। महंगाई भी बढ़ रही है, जिससे आम जनता और भी परेशान है।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala 
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