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Last Updated : बुधवार, 21 फ़रवरी 2024 (16:31 IST)

गुजरात का पहला AIIMS Container Hospital, दुर्घटना स्थल पर ऑन द स्पॉट होगा इलाज

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 फरवरी को करेंगे उद्घाटन

गुजरात का पहला AIIMS Container Hospital, दुर्घटना स्थल पर ऑन द स्पॉट होगा इलाज - Gujarat's first AIIMS container hospital
Gujarat's first AIIMS container hospital : राजकोट के जामनगर हाईवे पर परापिपलिया गांव में गुजरात का पहला एम्स का कंटेनर हॉस्पिटल (Container Hospital) 1,200 करोड़ से ज्यादा की लागत से तैयार हो रहा है जिसमें 2 साल की ओपीडी (OPD) सेवा के बाद 26 फरवरी से आईपीडी (IPD) सेवा भी शुरू कर दी जाएगी। इसके लिए 25 फरवरी को प्रधानमंत्री मोदी राजकोट में तैयार 250 बिस्तरों वाले आईपीडी का शुभारंभ करेंगे।
 
इसके अलावा देशभर में संचालित 23 एम्स में से केवल राजकोट और भुवनेश्वर एम्स को ही कंटेनर हॉस्पिटल प्रयोग के लिए मंजूरी दी गई है और इसके लिए जगह भी आवंटित कर दी गई है।
 
मोदी आईपीडी विभाग का उद्घाटन करेंगे : राजकोट एम्स में ओपीडी सेवा पिछले 2 साल से काम कर रही है और अब आने वाले दिनों में आईपीडी सेवा भी जल्द शुरू होने वाली है। 25 फरवरी को प्रधानमंत्री मोदी द्वारका से सीधे राजकोट आएंगे और आईपीडी विभाग का उद्घाटन करेंगे। वे राजकोट एम्स के विभिन्न विभागों का भी दौरा करेंगे। राजकोट के कंटेनर अस्पताल में लगभग 15 विशेषज्ञ उपचार शामिल होंगे। इसके अलावा मल्टीस्पेशलिटी उपचार सहित कुल 23 उपचार चरणों में उपलब्ध कराए जाएंगे।
  
राजकोट एम्स में ऐसी सुविधाएं तैयार हैं : राजकोट एम्स में वर्तमान में 2 इमारतें पूरी तरह से तैयार हैं और बिल्डिंग ए में आपातकालीन और ट्रॉमा सेंटर है। यहां प्रथम भूतल में आपातकालीन विभाग है जिसमें लाल, हरा और पीला 3 जोन हैं। इमरजेंसी में आने वाले मरीजों में से अगर कोई मरीज सबसे गंभीर स्थिति में आता है तो उसका इलाज रेड जोन में किया जाएगा। अगर स्थिति उससे कम गंभीर है तो उसका इलाज येलो जोन में होगा और उससे कम पर यानी अगर कोई मरीज पैदल चलकर इलाज के लिए आ सकता है तो उसका इलाज ग्रीन जोन में किया जाएगा। उसके बगल में आईसीयू रूम है जिसमें कुल 25 बेड हैं। राजकोट एम्स में कुल 4 ऑपरेशन थिएटर सुविधाएं तैयार की गई हैं।
 
राजकोट एम्स का मोबाइल हॉस्पिटल : राजकोट AIIMS के निदेशक डॉ. सीडीएस कटोच ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि देशभर में कुल 23 एम्स हैं जिनमें से राजकोट और भुवनेश्वर ही ऐसे 2 एम्स हैं, जहां देश में पहली बार एक नया प्रयोग शुरू किया गया है।
 
दुर्घटना या आपदा की स्थिति में मोबाइल अस्पताल की व्यवस्था होगी: देश में किसी भी दुर्घटना या आपदा की स्थिति में राजकोट एम्स के मोबाइल अस्पताल की व्यवस्था की जाएगी ताकि राहत और बचाव के लिए तुरंत पहुंचा जा सके। इसके लिए मोबाइल कंटेनर अस्पताल के डॉक्टरों, कर्मचारियों, चिकित्सा उपकरणों को अलग रखा जाएगा और उनके लिए प्रशिक्षण भी शुरू कर दिया गया है। राजकोट एम्स में मोबाइल कंटेनर अस्पताल के लिए भूमि का भी चयन किया गया है। इस मॉड्यूल के तैयार होने के बाद इसे आसानी से इस्तेमाल किया जा सकेगा और सफल होने पर देश के अन्य एम्स में भी यह प्रयोग किया जाएगा।
 
Edited by: Ravindra Gupta
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