रामनिवास रावत की चूक, कैबिनेट की जगह राज्यमंत्री की ली शपथ, दोबारा हुआ शपथ ग्रहण
कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए रामनिवास रावत मोहन कैबिनेट में बने मंत्री
भोपाल। मध्यप्रदेश में डॉ. मोहन यादव कैबिनेट का दूसरा विस्तार हो गया है। लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए विजयपुर विधानसभा सीट से विधायक रामनिवास रावत ने मंत्री पद की शपथ ली। राजभवन में हुए शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने रामनिवास रावत को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सहित कैबिनेट के अन्य सदस्य भी शामिल हुए
दो बार मंत्री पद की शपथ- रामनिवास रावत को दो बार मंत्री पद की शपथ लेनी पड़ी। दरअसल रामनिवास रावत शपथ ग्रहण समारोह में पहले राज्य के मंत्री की जगह राज्यमंत्री बोलकर पद और गोपनीयता की शपथ ले ली, जबकि उन्हें कैबिनेट मंत्री पद की शपथ लेनी थी। ऐसे में रामनिवास रावत ने दोबार कैबिनेट मंत्री की शपथ ली।
कौन है रामनिवास रावत?- मुरैना जिले की विजयपुर विधानसभा सीट से 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुने गए रामनिवास रावत लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा में शामिल हुए थे। बताया जाता है कि ग्वालियर-चंबल के दिग्गज नेता और प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रहे रामनिवास रावत लोकसभा चुनाव में टिकट बंटवारे से नाराज थे। विजयपुर से सीट से छठीं बार विधायक चुने गए रामनिवास रावत मुरैना लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन पार्टी ने वहां से नीटू सिकरवार को टिकट दिया था। इससे नाराज होकर रामनिवास रावत भाजपा में शामिल हो गए थे।
रामनिवास रावत की गिनती एक समय में दिग्विजय सिंह के करीबी नेताओं में होती है औह वह मुरैना की विजयपुर विधानसभा सीट से 6 बार विधायक रह चुके हैं। 2023 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने विजयपुर सीट पर सातवीं बार जीत हासिल की थी। भाजपा में शामिल होने के बाद भी अब तक रामनिवास रावत ने विधायक पद से इस्तीफा नहीं दिया है।
कांग्रेस ने सदस्यता खत्म करने की लगाई थी याचिका- कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए रामनिवास रावत की विधानसभा की सदस्यता खत्म करने के लिए कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर के सामने यचिका लगाई है। विधानसभा सत्र के अंतिम दिन कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने रामनिवास रावत की सदस्यता खत्म करने की याचिका लगाई थी। ऐसे में अब यह माना जा रहा है कि मंत्री पद की शपथ लेने के बाद रामनिवास रावत विधायक पद से इस्तीफा दे सकते है।