मध्यप्रदेश के विधायकों पर कोरोना का साया, जयपुर से लौटे सभी कांग्रेसी विधायकों का Corona test
भोपाल। मध्यप्रदेश में सियासी पारा अपने पूरे उफान पर है और लगातार बैठकों का दौर जारी है। इस बीच सियासी टूरिज्म से भोपाल लौटे कांग्रेस के सभी 74 विधायकों पर भी अब कोरोना का साया नजर आ रहा है। जयपुर से भोपाल लौटे इन विधायकों का होटल मैरियट में डॉक्टरों की टीम कोरोना टेस्ट किया। इस टेस्ट में 2 कांग्रेसी विधायकों में कोरोना के लक्षण की बात सामने आ रही है, जिसकी पुष्टि होनी बाकी है।
जयपुर से लौटकर भोपाल के मैरियट होटल में ठहरे विधायकों से मुलाकात करने पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री तरूण भनोट ने कहा कि हमारे लिए मध्यप्रदेश के नागरिकों की सुरक्षा जरूरी है, इसलिए जयपुर से लौटे सभी 74 विधायकों का कोरोना टेस्ट करवाया गया।
वहीं भाजपा के विधायकों को कोरोना टेस्ट के सवाल पर तरूण भनोट ने कहा कि जिन्होंने विधायकों को बाहर भेजा है वह बताएं कि क्यों उन्हें गुरुग्राम के मानेसर में ठहराया गया? गौरतलब है कि मानेसर में कोरोना पॉजिटिव और संदिग्धों को रखा गया है।
'वेबदुनिया' से बातचीत में जनसंपर्क मंत्री में पीसी शर्मा ने भी कहा पहले जयपुर से लौटे विधायकों का कोरोना टेस्ट प्रदेश के नागरिकों के हित में है। यह बहुत जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार सदन में अपना फ्लोर टेस्ट साबित कर देगी।
हालांकि उन्होंने कहा कि सदन में क्या होगा, यह कल सदन में तय होगा। लगातार बैठकों के दौर पर पीसी शर्मा ने कहा कि विधायक जयपुर से लौटे है, इसलिए उनसे मेल-मुलाकात का सिलसिला चल रहा है।
इसके साथ जनसंपर्क मंत्री ने भाजपा पर विधायकों को बंधक बनाने का आरोप लगाते हुए कहा सत्ता के लिए किसी भी स्तर तक जाने को तैयार है' उन्होंने भाजपा और आरएसएस पर लोकतंत्र की हत्या करने का भी आरोप लगाया है।
क्या वाकई कांग्रेस के 2 विधायक कोरोना वायरस से संक्रमित : कांग्रेस के महेश परमार ने दावा किया है कि जयपुर से लौटने के बाद जिन 74 कांग्रेसी विधायकों का कोरोना टेस्ट किया गया है, उनमें से 2 विधायक संक्रमण के शिकार हैं। हालांकि उनके इस दावे की पुष्टि होनी बाकी है।
मप्र विधानसभा सत्र होगा : कोरोना वायरस के खौफ के बीच पता चला है कि मध्यप्रदेश विधानसभा का सत्र होगा लेकिन इस सत्र में मंत्रियों, विधायकों, सचिवालय स्टाफ, सुरक्षा कर्मियों एवं पत्रकारों के अलावा किसी को नहीं मिलेगा प्रवेश।
स्पीकर एनपी प्रजापति ने सदन की सभी दीर्घाओं के प्रवेश पत्र पर रोक लगा दी है। विधायकों, सुरक्षा कर्मियों, पत्रकारों और स्टाफ को मास्क पहनना होंगे। इसके अलावा सभी दीर्धाओं में सेनेटाइजर रखवाया जा रहा है।