भारत-जापान की विशेष सामरिक और वैश्विक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए मैं उनके साथ मिलकर काम करने की आशा करता हूं। संसद से मंजूरी के बाद वे औपचारिक रूप से सम्राट नारुहितो मिलेंगी और प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगी। तकाइची की नियुक्ति जापान के लिए ऐतिहासिक मानी जा रही है, क्योंकि देश की राजनीति और कॉरपोरेट जगत में अब भी पुरुषों का दबदबा है। जापान की संसद में महिलाओं की हिस्सेदारी 20 प्रतिशत से भी कम है और देश की ज्यादातर बड़ी कंपनियों का नेतृत्व पुरुष करते हैं।この度、日本国総理大臣に就任された高市早苗氏に心からお祝い申し上げます。日印両国が築き上げた特別戦略的グローバルパートナーシップのさらなる進化に向け、緊密に連携していくことを楽しみしています。より強固な日印関係は、インド太平洋地域また域外地域における平和と安定、繁栄を実現する上で…
— Narendra Modi (@narendramodi) October 21, 2025