मंगलवार, 24 दिसंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. सामयिक
  2. डॉयचे वेले
  3. डॉयचे वेले समाचार
  4. history of makka grain
Written By
Last Updated : सोमवार, 17 दिसंबर 2018 (11:41 IST)

मक्के का इतिहास नए सिरे से लिखा जाएगा!

मक्के का इतिहास नए सिरे से लिखा जाएगा! | history of makka grain
दुनिया की भूख मिटाने में अहम योगदान देने वाले अनाजों में प्रमुख मक्का का इतिहास जितना हम पहले जानते थे, उसकी तुलना में कहीं ज्यादा जटिल है। क्या आपने कभी सोचा है यह कहां से आया और कैसे दुनिया भर में फैल गया?
 
 
मक्का को जंगल से निकाल कर खेतों में उगाने की प्रक्रिया करीब 9000 साल पहले मेक्सिको में शुरू हुई। रिसर्चरों का कहना है कि आंशिक रूप से खेती में शामिल हो चुके मक्का की एक किस्म दक्षिण अमेरिका में 6500 साल पहले भी आई और इन किस्मों का विकास दोनों जगह पर अपने अपने तरीके से चलता रहा। वैज्ञानिकों ने मक्का को खेती में शामिल किए जाने की प्रक्रिया का जीन और पुरातत्व के लिहाज से विस्तृत विश्लेषण कर कुछ नए नतीजे निकाले हैं।
 
 
अब तक तो यही माना जाता रहा है कि मक्का को खेती में शामिल करने की प्रक्रिया दक्षिण मध्य मेक्सिको की बालसास नदी घाटी में हुई। यह जगह मेक्सिको सिटी के दक्षिण में है। बाद में मक्का यहीं से अमेरिका के दूसरे हिस्सों में गया।
 
 
नई खोज बताती है कि पहले इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी लेकिन मक्का को खेती में शामिल करने की एक दूसरी अहम प्रक्रिया भी चली थी। यह प्रक्रिया दक्षिण पश्चिम अमेजन के इलाके में चली, जिसका विस्तार ब्राजील और बोलिविया तक था और जिस दौरान यह हुआ, उस वक्त मेक्सिको वाली प्रक्रिया भी अभी चल ही रही थी।
 
 
मक्का या मकई वैश्विक फसल तब बनी जब करीब 500 साल पहले यूरोपीय लोग अमेरिका पहुंचे। अमेरिका में पैदा हुई दूसरी फसलों में आलू, शकरकंद, चॉकलेट, टमाटर, मटर और एवोकाडो भी है। आज दुनिया में सबसे ज्यादा उगाई जाने वाली फसल मक्का है। केवल अमेरिका में ही हर साल 35.4 करोड़ मीट्रिक टन मक्का उगाया जाता है।

 
रिसर्चरों ने मक्का की 40 आधुनिक किस्मों के जीनोम सिक्वेंस और करीब एक हजार साल पुराने 9 पुरातात्विक मक्के के नमूनों का विश्लेषण करने के साथ ही 68 आधुनिक और दो प्राचीन मक्का के जीनोम का भी विश्लेषण किया, जिनके जीनोम के बारे में पहले जानकारी दी जा चुकी है।
 
 
वाशिंगटन में स्मिथसोनियन इस्टीट्यूट के नेशनल म्यूजियम ऑफ नेचुरल हिस्ट्री में पुरातात्विक जीनोम अध्ययन और पुरातात्विक वनस्पति विज्ञान के क्यूरेटर लोगान किस्टलर का कहना है, "खेती में शामिल करने की प्रक्रिया शुरू होने के बाद तुरंत ही लोग इन फसलों को दूर दराज के इलाकों में ले कर जाने लगे, उस वक्त तक तो अभी उस प्रक्रिया में यह तय भी नहीं हुआ था कि इंसानों को पसंद आने वाली किस्में कौन सी होंगी।" किस्टलर इस रिसर्च की रिपोर्ट के प्रमुख लेखक है।
 
 
दक्षिण पश्चिमी अमेजन पहले से ही फसलों को खेती में शामिल करने की प्रक्रिया का एक प्रमुख ठिकाना बना हुआ था। इसी बीच आंशिक रूप से खेती में शामिल हो चुके मक्का को यहां लाया गया। वहां स्क्वैश, यूका (एक दक्षिण अमेरिकी सब्जी) और एक स्थानीय चावल की खेती हो रही थी।
 
 
मक्का का जंगली पूर्वज एक घास है जिसे टेयोसिंटे कहते है। किस्टलर का कहना है, "मक्का इंसानों के लिए सबसे अहम पौधा है। हर साल हम एक अरब टन से ज्यादा मक्का उगाते हैं, गेहूं और चावल के साथ मक्का दुनिया भर में कैलोरी के सबसे बड़े स्रोतों में शामिल है।"
 
 
किस्टलर के मुताबिक मक्का इंसानों के लिए कितना अहम है यह इस बात से समझा जा सकता है कि कि उसे खेती में शामिल करने की प्रक्रिया उत्पत्ति की बुनियादी घटनाओं में है और यह इंसानों की जिंदगी और इतिहास को एक आकृति देने के साथ पूरी हुई।
 
 
एनआर/एके (एएफपी)
 
ये भी पढ़ें
क्या मोदी सरकार, इंदिरा गांधी सरकार का दूसरा संस्करण है?