गाजा में झड़पों से अमेरिका दुखी
वॉशिंगटन। अमेरिका के विदेश विभाग की प्रवक्ता हीदर नोर्ट ने शनिवार को कहा कि इसराइली सीमा के निकट गाजा में हुई झड़पों में 16 फिलीस्तीनियों की मौत और सैकड़ों लोगों के घायल होने की घटनाओं को लेकर उनका देश बहुत दुखी है। नोर्ट ने ट्विटर पर लिखा कि गाजा में हुई घटनाओं से हम काफी दुखी हैं।
उन्होंने लिखा कि हम अपील करते हैं कि जो भी इसमें शामिल हैं, वह तनाव कम करने की दिशा में काम करें। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ऐसे कदम उठाने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है जिससे फिलीस्तीनियों का जीवन सुधरेगा। हम शांति बहाली की योजना पर भी काम कर रहे हैं।
साल 2014 के गाजा युद्ध के बाद एक दिन में हुआ यह भयानक संघर्ष था। इसराइल की पूर्वी और उत्तरी सीमा सहित नाकेबंदी वाले इस क्षेत्र के विभिन्न स्थलों पर महिलाओं और बच्चे समेत फिलीस्तीनी लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया।
कुछ लोग कड़ी सुरक्षा वाली इसराइली सीमा की तरफ बढ़ने लगे। इस क्षेत्र में तैनात सशस्त्र इसराइली सैनिकों ने इन लोगों को पीछे खदेड़ने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया और गोली चलाई। गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इसराइली सुरक्षा बलों ने 16 फलीस्तीनी नागरिकों को मार गिराया।
मंत्रालय ने बताया है कि 1,400 से ज्यादा नागरिक घायल हुए। इनमें से 758 को गोली लगी है। बाकी लोग रबर की गोलियों से घायल हुए और कुछ आंसूगैस की वजह से बीमार हुए। फिलीस्तीनियों ने इसराइल पर अंधाधुंध बल प्रयोग करने का आरोप लगाया है। तुर्की ने भी यही आरोप इसराइल पर लगाए हैं।
अमेरिका की योजना 14 फरवरी को यरुशलम में अपना दूतावास खोलने की है। संयोग से इसी दिन इसराइल की स्थापना की 70वीं सालगिरह है। इस बात को लेकर फिलीस्तीनियों में गहरी नाराजगी है। एक राजनयिक ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने गाजा की स्थिति पर कुवैत के आग्रह पर शुक्रवार देर शाम बैठक आयोजित की थी। (भाषा)