महाराष्ट्र में मास्क नहीं लगाने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई
पुणे। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने राज्य में प्रशासन को निर्देश दिया है कि कोविड-19 महामारी के बीच सार्वजनिक रूप से बिना मास्क के पाए जाने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।
एक कार्यक्रम में भाग लेने के बाद शिवनेरी किले में पत्रकारों से बात करते हुए पवार ने कहा कि जिला प्रशासन को अपने संबंधित जिलों में स्थिति का आकलन करने और जरूरत पड़ने पर सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक लॉकडाउन लगाने के लिए अधिकृत किया गया है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मैं 21 फरवरी को पुणे में एक बैठक की अध्यक्षता करने जा रहा हूं, जिसमें वायरस के प्रसार को रोकने के उपायों पर चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि राज्य के कुछ जिलों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि चिंता का विषय है।
पुणे में पूजा चव्हाण की मौत के मामले के बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा कि शिवसेना इस मुद्दे पर अधिक अधिकार के साथ बात कर सकती है। इस मामले में शिवसेना के एक मंत्री पर आरोप लग रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मैंने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि मामले में विस्तृत जांच की जा रही है और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। हमें जांच करने के लिए पुलिस को समय देना चाहिए। मुझे यकीन है कि कोई राजनीतिक हस्तक्षेप नहीं होगा।
राकांपा का जनता दरबार कार्यक्रम स्थगित : महाराष्ट्र में पिछले कुछ दिनों में कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी के कारण राकांपा के मंत्रियों के जनता दरबार कार्यक्रम को दो सप्ताह के लिए टाल दिया गया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने एक बयान में कहा कि लोग इस अवधि में ई-मेल के जरिए अपनी शिकायतें भेज सकते हैं।
राकांपा के दो मंत्रियों जयंत पाटिल और राजेश टोपे ने बृहस्पतिवार को कहा था कि वे कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए हैं। राकांपा पिछले साल अगस्त से ही जनता दरबार कार्यक्रम का आयोजन कर रही थी। महाराष्ट्र में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के मामलों की संख्या 20,81,520 हो गई। राज्य में संक्रमण से 51,669 लोगों की मौत हुई है।