Last Modified: नई दिल्ली ,
मंगलवार, 20 अप्रैल 2010 (09:00 IST)
रिन के खिलाफ फिर कोर्ट पहुँची पीएंडजी
टाइड डिटर्जेंट पाउडर बनाने वाली कंपनी प्राक्टर एंड गैंबल (पीएंडजी) ने रिन डिटर्जेंट पाउडर बनाने वाली कंपनी हिंदुस्तान यूनीलीवर (एचयूएल) को फिर अदालत में घसीटा है। कंपनी का आरोप है कि यूनिलीवर अब भी गंदा खेल खेल रही है।
पीएंडजी ने कलकत्ता उच्च न्यायालय में दलील दी है कि हिंदुस्तान यूनीलीवर के नए विज्ञापन में भी उसी तरह के तथ्य हैं, जो उसके पहले के विज्ञापन में थे जिसे अदालत के आदेश के बाद कंपनी ने बंद कर दिया था।
हिंदुस्तान यूनीलीवर के नए विज्ञापन में उपभोक्ताओं को किसी भी डिटर्जेंट को रिन से बेहतर सिद्ध करने पर एक करोड़ रुपए इनाम की पेशकश की गई है। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने पिछले महीने एचयूएल को टाइड का मखौल उड़ाने वाले रिन के विज्ञापन को बंद करने का आदेश दिया था।
पीएंडजी द्वारा पिछले सप्ताह दायर नई याचिका में एचयूएल को अदालत के आदेश की अवमानना का दोषी ठहराने की माँग की गई है। मामले की अगली सुनवाई कल होगी। (भाषा)