जेल में बंद मुस्कान और साहिल को दी रामायण, दोनों ने आदरपूर्वक की ग्रहण
जेल में बंद मुस्कान और साहिल रामायण पढ़ेंगे। यह रामायण मेरठ सांसद अरुण गोविल ने उन्हें दी है। हर घर रामायण के जरिए अपनी संस्कृति और सामाजिक मूल्यों से जोड़ने के लिए सांसद की यह अनूठी पहल नवसंवत्सर पर शुरू की गई है। जिला कारागार में 1500 कैदियों ने स्वेच्छा से रामायण ली है, जिसमें सौरभ मर्डर केस के आरोपी मुस्कान और साहिल भी शामिल हैं। सांसद अरुण गोविल का मानना है कि जाने-अनजाने जो लोग अपराध की राह पर चलकर मुजरिम बन गए और जेल में बंद हैं, यदि वह रामायण को पढ़कर जीवन में आत्मसात करेंगे तो वह नेकी की राह पर चलेंगे।
रामायण धार्मिक ग्रंथ होने के साथ सामाजिक आचरण भी सिखाती है। रामायण में राम का किरदार निभा चुके अरुण गोविल मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट से वर्तमान में भाजपा सांसद हैं। उन्होंने कहा कि जेल के अंदर इस धार्मिक ग्रंथ का वितरण करके शांति मिली है, मुझे उम्मीद है कि यहां के बंदी इसे पढ़ेंगे और नेकी की राह पर चलेंगे।
सांसद के हाथों कैदियों ने श्रद्धाभाव से रामायण ली, इस दौरान कुछ बंदी रामायण सीरियल में राम का किरदार निभा चुके अरुण गोविल से रामायण पाकर भाव-विभोर हो गए और उनकी आंखें डबडबा गईं। जेल के कैदियों को लगा कि राम उनके सामने आ गए, कुछ लोगों ने तो सांसद के पैर छूकर आशीर्वाद लिया। वहीं जेल के अंदर से बस एक ही उद्घोष सुनाई दे रहा था जय श्रीराम।
अरुण गोविल ने बताया कि जेल में बंद सौरभ हत्याकांड के मुख्य आरोपी मुस्कान और साहिल से मुलाकात हुई, लेकिन उनसे बातचीत नहीं हुई। मुस्कान और साहिल ने भी रामायण को आदरपूर्वक ग्रहण किया है। जेल के कैदियों ने सांसद से अंग्रेजी में बात की तो वह गदगद नजर आए, उन्होंने कैदियों को समझाया कि रामायण केवल धर्म पुस्तिका नहीं बल्कि जीवन जीने की सही दिशा का निर्धारण करने वाला ग्रंथ है। जो बताता है कि जो बीत गया उसे बदला नहीं जा सकता लेकिन आने वाले भविष्य को संवारा जा सकता है। इसलिए मुझे उम्मीद है कि आने वाले समय में जेल में बंद कैदियों के आचरण में सुधार होगा।