बिकवाली के दबाव में सेंसेक्स ने लगाया 505 अंक का गोता, निफ्टी भी टूटा
मुंबई। अधिकतर विदेशी बाजारों से मिले कमजोर संकेतों के बीच डॉलर की तुलना में रुपए की जबरदस्त गिरावट के दबाव में हुई चौतरफा बिकवाली से सोमवार को बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 505.13 अंक का गोता लगाता हुआ 37,585.51 अंक पर और एनएसई का निफ्टी 137.45 अंक की गिरावट में 11,377.75 अंक पर बंद हुआ।
अमेरिका और चीन के बीच विवाद गहराने की आशंका से अधिकतर एशियाई बाजारों में अफरातफरी रही। अमेरिका द्वारा आज शाम तक चीन के 200 अरब डॉलर के अन्य उत्पादों पर टैरिफ लगाने की संभावना के कारण विदेशी बाजारों में निवेशकों का उत्साह ठंडा रहा। इसके अलावा डॉलर की तुलना में रुपए की गिरावट भी घरेलू संस्थागत निवेशकों को हतोत्साहित करती रही।
सरकार द्वारा गत शुक्रवार को इसकी गिरावट थामने की दिशा में उपाय किए जाने की घोषणा का फिलहाल कोई प्रभाव बाजार पर नहीं पड़ा। विश्लेषकों के मुताबिक, इन उपायों का प्रभाव दीर्घावधि में दिखेगा, लेकिन फिलहाल निवेशकों को कोई राहत मिलती नहीं दिख रही है। रुपया आज 83 पैसे की तेज गिरावट में 72.69 रुपए प्रति डॉलर पर आ गया।
एशियाई बाजारों से मिले कमजोर संकेतों के कारण सेंसेक्स की शुरुआत भी गिरावट के साथ 38,027.81 अंक से हुई और यही इसका दिवस का उच्चतम स्तर भी रहा। पूरे दिन बाजार पर बिकवाली हावी रही। कारोबार के दौरान यह 37,548.93 अंक के दिवस के निचले स्तर तक लुढ़कता हुआ गत दिवस की तुलना में 1.33 प्रतिशत फिसलकर 37,585.51 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की 30 में से मात्र पांच कंपनियां हरे निशान में रहीं। निफ्टी की शुरुआत भी गिरावट में 11,464.95 अंक से हुई और यही इसका दिवस का उच्चतम स्तर भी रहा। कारोबार के दौरान यह 11,366.90 अंक के दिवस के निचले स्तर तक लुढ़का और अंतत: गत दिवस की तुलना में 1.19 प्रतिशत फिसलकर 11,377.75 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी की 50 में से 36 कंपनियां गिरावट में और 14 तेजी में रहीं।
बीएसई के 20 समूहों में से मात्र बिजली, यूटिलिटीज और रियल्टी समूह में तेजी दर्ज की गई। दिग्गज कंपनियों की अपेक्षा मंझोली और छोटी कंपनियों में कम बिकवाली हुई। बीएसई का मिडकैप 0.76 प्रतिशत यानी 124.13 अंक लुढ़ककर 16,225.84 अंक पर और स्मॉलकैप 7.77 अंक यानी 0.05 प्रतिशत की गिरावट में 16,663.16 अंक पर बंद हुआ। बीएसई में कुल 2,914 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें 1,442 में गिरावट और 1,281 में तेजी रही जबकि 191 कंपनियों के शेयरों की कीमत अपरिवर्तित रही। (वार्ता)