Share bazaar: ट्रंप टैरिफ से सहमा बाजार, Sensex 1,390 अंक टूटा, Nifty भी रहा 354 अंक के नुकसान में
अमेरिका के 2 अप्रैल से जवाबी शुल्क लगाए जाने से पहले जारी अनिश्चितता के बीच सूचना प्रौद्योगिकी (IT) तथा निजी बैंक शेयरों में बिकवाली से बाजार नुकसान में रहा।
Share bazaar News: शेयर बाजार में नए वित्त वर्ष के पहले दिन बड़ी गिरावट आई और बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 1,390 अंक का गोता लगा गया, वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी (NSE Nifty) 354 अंक टूटा। अमेरिका के 2 अप्रैल से जवाबी शुल्क लगाए जाने से पहले जारी अनिश्चितता के बीच सूचना प्रौद्योगिकी (IT) तथा निजी बैंक शेयरों में बिकवाली से बाजार नुकसान में रहा।
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 1,390.41 अंक यानी 1.80 प्रतिशत लुढ़क कर 76,024.51 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सूचकांक एक समय 1,502.74 अंक तक का गोता लगा गया था। सेंसेक्स के 30 शेयरों में 28 नुकसान में रहे। केवल 2 में लाभ रहा। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 353.65 अंक यानी 1.50 प्रतिशत की गिरावट के साथ 23,165.70 अंक पर बंद हुआ। दोनों मानक सूचकांकों में यह एक महीने में 1 दिन की सबसे बड़ी गिरावट है।
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ट्रंप की 2 अप्रैल से जवाबी शुल्क लगाने की योजना : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की 2 अप्रैल से जवाबी शुल्क लगाने की योजना है। उन्होंने इसे अमेरिका के लिए 'मुक्ति दिवस' करार दिया है। सेंसेक्स के शेयरों में एचसीएल टेक, बजाज फिनसर्व, एचडीएफसी बैंक, बजाज फाइनेंस, इन्फोसिस, टाइटन, आईसीआईसीआई बैंक, सन फार्मा, रिलायंस इंडस्ट्रीज, लार्सन एंड टुब्रो, टेक महिंद्रा और एनटीपीसी में सबसे ज्यादा गिरावट रही। दूसरी तरफ लाभ में रहने वाले शेयरों में इंडसइंड बैंक 5 प्रतिशत से अधिक चढ़ा जबकि जोमैटो मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ।
बाजार में आज भारी बिकवाली देखी गई : जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स लि. के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि अमेरिकी जवाबी शुल्क की घोषणा से पहले वैश्विक अस्थिरता के बीच घरेलू बाजार में आज भारी बिकवाली देखी गई। उन्होंने कहा कि अमेरिकी बाजार में कारोबार अधिक होने से आईटी क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ। महाराष्ट्र में रेडी रेकनर दरों (सर्किल रेट) में वृद्धि के बाद रियल एस्टेट कंपनियों के शेयरों में गिरावट आई।
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रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा कि 2 अप्रैल की समयसीमा से पहले अमेरिका के जवाबी शुल्क की दरों को लेकर अनिश्चितता और वैश्विक व्यापार पर इसके संभावित प्रभाव के कारण बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई। बाद में यह नुकसान और बढ़ गया। मझोली कंपनियों से जुड़ा बीएसई मिडकैप 1.04 प्रतिशत टूटा जबकि छोटी कंपनियों से संबंधित स्मॉलकैप मामूली 0.07 प्रतिशत चढ़ा।
एशियाई (Asian) और अमेरिकी (American) बाजारों में : एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग बढ़त में रहे। यूरोप के बाजारों में तेजी का रुख रहा। अमेरिकी बाजारों में सोमवार को ज्यादातर में तेजी रही थी। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुद्ध रूप से 4,352.82 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर बेचे। शेयर बाजार सोमवार को 'ईद-उल-फितर' के मौके पर बंद थे।
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ब्रेंट क्रूड (Brent Crude) वायदा 74.86 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर : वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.12 प्रतिशत की बढ़त के साथ 74.86 डॉलर प्रति बैरल रहा। वित्त वर्ष 2024-25 में सेंसेक्स 3,763.57 अंक यानी 5.10 प्रतिशत चढ़ा जबकि निफ्टी में 1,192.45 अंक यानी 5.34 प्रतिशत की तेजी रही। शुक्रवार को बीएसई सेंसेक्स 191.51 अंक टूटा था जबकि एनएसई निफ्टी में 72.60 अंक की गिरावट आई थी।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta