दबंगों ने की युवक की पीट-पीटकर हत्या, शराब के लिए मांगे थे 500 रुपए
कानपुर। कानपुर के थाना पनकी के अंतर्गत शराब के लिए एक युवक ने क्षेत्रीय दबंगों को 500 रुपए नहीं दिए तो दबंगों को इतना नागवार गुजरा कि दशहरा मेला देखकर लौट रहे युवक को सभी ने जमकर इतना पीटा कि युवक की मौत ही हो गई, वहीं घटना की जानकारी होते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और भाई की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज करते हुए आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
क्या था मामला : कानपुर के थाना पनकी के अंतर्गत रतनपुर कॉलोनी में रहने वाले मृतक के भाई शिवानन्द तिवारी ने पुलिस को बताया कि उसका छोटा भाई अजय कुमार तिवारी (38) उर्फ दीपू तिवारी पार्टी डीलर का काम करता था। उसकी शादी रंजना तिवारी से हुई थी। उसके दो बेटे हैं, जिसमें बड़ा बेटा आदित्य है और छोटा बेटा अंजनी है।
अजय से मोहल्ले में रहने वाला दबंग धर्मेन्द्र सिंह एक वर्ष से रंजिश रखता था और आए दिन उसके छोटे भाई अजय से गाली-गलौज करता रहता था।शुक्रवार को दबंग धर्मेन्द्र सिंह ने मेरे छोटे भाई अजय को रोककर गाली-गलौज करते हुए 500 रुपए शराब पीने के लिए मांगे लेकिन मेरे छोटे भाई के पास रुपए नहीं थे तो उसने देने से इंकार कर दिया।
भाई के इनकार करते ही धर्मेंद्र ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसके साथ गाली-गलौज की। घबराया हुआ मेरा छोटा भाई अजय वहां से घर चला आया और सारी जानकारी घरवालों को देते हुए बताया कि धर्मेंद्र ने अपने साथियों के साथ मिलकर दारू के लिए पैसे मांग रहा था। मेरे पास नहीं थे और जब मैंने मना कर दिया तो उसने गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी है लेकिन हम लोगों ने अजय को समझाकर उसके पास न जाने के लिए कह दिया।
पीट-पीटकर उतारा मौत के घाट : मृतक अजय के भाई ने बताया कि इसके बाद वह दशहरे का मेला देखने के लिए घर से निकल गया। रात करीब 11 बजे अजय जब घर वापस आ रहा था तो केसा चौराहा के पास धर्मेन्द्र सिंह ने अपने साथी दीपू भदोरिया, सुनील चतुर्वेदी व तीन-चार अज्ञात लोगों के साथ मिलकर मेरे भाई अजय को रोक लिया और दारू के पैसे न देने की बात कहते हुए मेरे भाई के साथ मारपीट करने लगा और उसकी जेब से पैसे निकालने लगे, जिसको लेकर विवाद हो गया लेकिन धर्मेंद्र ने अजय के सिर पर लोहे की रॉड से वार कर दिया और फिर जबरदस्ती खींचते हुए धर्मेंद्र उसे अपने घर ले गया जहां पर सभी ने मिलकर अजय को बहुत मारा।
इस दौरान मेरे भाई अजय का दोस्त सुनील, अजय को बचाने के लिए बीच-बचाव करने लगा तो सभी ने सुनील के साथ भी मारपीट की, लेकिन किसी प्रकार से सुनील ने वहां से भागकर अपनी जान बचाई और सुनील ने सारा घटनाक्रम मुझे आकर बताया। जब तक हम लोग वहां पर पहुंचते, अजय खून से लथपथ जमीन पर पड़ा हुआ था जिसे तुरंत पास के निजी अस्पताल लेकर पहुंचे तो इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
क्या बोले थाना प्रभारी : पूरे मामले को लेकर थाना पनकी के इंस्पेक्टर ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। भाई की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।