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Last Modified: पणजी , मंगलवार, 4 अक्टूबर 2016 (15:12 IST)

शिवसेना ने वेलिंगकर की तुलना भगवान कृष्ण से की

शिवसेना ने वेलिंगकर की तुलना भगवान कृष्ण से की - Shivsena compares subhash velingkar with Krishna
पणजी। आरएसएस के विद्रोही नेता सुभाष वेलिंगकर की तुलना भगवान कृष्ण से करते हुए शिवसेना ने दावा किया कि अगले साल गोवा विधानसभा चुनाव में जीत के लिए वेलिंगकर गैर भाजपा और गैर कांग्रेसी दलों का मार्गदर्शन करेंगे।
 
गोवा शिवसेना प्रमुख सुदीप तमनकर ने पणजी में कहा, 'आगामी राज्य विधानसभा चुनाव की लड़ाई महाभारत में अंतिम युद्ध के समान है। भाजपा कौरव है और जो अन्य उनके खिलाफ हैं वो पांडव हैं। वेलिंगकर भगवान कृष्ण के समान हैं जो गैर भाजपा, गैर कांग्रेस दलों की सफलता में मार्गदर्शन करेंगे।
 
शिवसेना ने आज गोवा चुनाव के लिए भारतीय भाषा सुरक्षा मंच समर्थित गोवा सुरक्षा मंच (जीएसएम) पार्टी के समक्ष औपचारिक तौर पर सीटों के बंटवारे का प्रस्ताव रखा। तमनकर ने कहा कि राज्य चुनाव के लिए पहले से ही पार्टियां कमर कस चुकी हैं।
 
उन्होंने कहा कि जो भी भाजपा के साथ हैं, वे निश्चित रूप से हारने जा रहे हैं। भाजपा के साथ चुनाव लड़ रही महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी को भी हार का मुंह देखना होगा।
 
एमजीपी नेता सुदीन धावलिकर के हालिया बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए तमनकर ने कहा कि भाजपा के साथ रिश्ते तोड़ने के बाद ही उन्हें दूसरों के खिलाफ ऐसा कहना चाहिए। धावलिकर ने कहा था कि शिवसेना का गोवा में कोई आधार नहीं है।
 
तमनकर ने कहा कि 2012 के चुनाव से पहले धावलिकर का कांग्रेस के साथ गठबंधन था। इस वक्त वह भाजपा के साथ हैं। धावलिकर की कोई विचारधारा नहीं है। वे बस सत्ता के भूखे हैं और उनकी यह गलत धारणा है कि एमजीपी का जनाधार है।
 
तमनकर ने कहा कि अगर वास्तव में उनका जनाधार है तो आगामी चुनाव में उन्हें अकेले ही चुनाव लड़ना चाहिए और अपनी ताकत प्रदर्शित करनी चाहिए। आखिर वे भाजपा की वैसाखी पर क्यों निर्भर हैं?
 
वेलिंगकर ने रविवार को गोवा में एक नई पार्टी जीएसएम की घोषणा की थी और आगामी राज्य विधानसभा चुनाव में भाजपा को हराने का संकल्प लिया था।
 
21 अगस्त को आरएसएस ने वेलिंगकर को गोवा विभाग संघ चालक पद से मुक्त कर दिया था, जिसके बाद उन्होंने इसके समानांतर आरएसएस गोवा प्रांत नामक संगठन का गठन किया था।
 
बीबीएसएम राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहा है और मातृभाषा को शिक्षा का माध्यम बनाने तथा अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों को दी जाने वाली सहायता को वापस लेने की मांग कर रहा है। (भाषा) 
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