केवल एक रेलवे स्टेशन, एक हवाई अड्डा है नगालैंड में
कोहिमा। नगालैंड पूर्वोत्तर ऐसा राज्य है जहां मात्र एक जगह ट्रेन चलती है। इसी तरह यहां एक ही हवाई अड्डा दीमापुर है।
वर्ष 1961 में इस राज्य का नाम नगालैंड रखा गया था जबकि पूर्व में इसे नगा हिल्स तुएनसांग एरिया (एनएचटीए) कहा जाता था। प्रारंभ में यह एक केन्द्र शासित प्रदेश था लेकिन 1 दिसंबर, 1963 को इसे देश का 16 वां राज्य बनाया गया था।
असम घाटी की सीमा से लगे क्षेत्र के अलावा इस राज्य का क्षेत्र ज्यादातर पहाड़ी है। उन्नीसवीं सदी में यह भूभाग अंग्रेजों के अधीन आ गया था। आजादी के बाद 1957 में यह क्षेत्र केंद्रशासित प्रदेश बना, जिसका प्रशासन राज्यपाल देखते थे। जब राज्य के लोगों में नगा हिल्स तुएनसांग नाम से असंतोष फैला तो इसका नाम नगालैंड रखा गया। नगालैंड में दीमापुर एकमात्र ऐसा स्थान है, जहां रेल और विमान सेवाएं उपलब्ध हैं। दीमापुर, कोहिमा और मोकोकचुंग राज्य के तीन बड़े शहर हैं।
नगालैंड की प्रमुख जनजातियां है: अंगामी, आओ, चाखेसांग, चांग, खिआमनीउंगन, कुकी, कोन्याक, लोथा, फौम, पोचुरी, रेंग्मा, संगताम, सुमी, यिमसचुंगरू और जेलिआंग है। अंग्रेजी राज्य की प्रमुख भाषा है और यहां पर अंग्रेजी, हिंदी और 16 आदिवासी बोलियां बोली जाती हैं। राज्य से राज्यसभा की एक और लोकसभा की भी एक ही सीट है।
नगालैंड उत्तर में अरुणाचल प्रदेश ,पश्चिम में असम, दक्षिण में मणिपुर और पूर्व में म्यांमार से घिरा हुआ है और यह ब्रह्मपुत्र घाटी और बर्मा के बीच पहाडी इलाके की संकरी पट्टी में बसा हुआ है। राज्य की राजधानी कोहिमा और सबसे बड़ा शहर दीमापुर है। प्रदेश में बरेल और जाम्फु पर्वत हैं तथा राज्य में झांझी ,मेलक ,दोयोंग ,दिखू ,तीजू ,धनसिरी प्रमुख नदियां हैं। यहां लेचाम झील भी है। इस राज्य का 20 प्रतिशत हिस्सा घने जंगलों से घिरा हुआ है।