योगी की भाजपाइयों को लताड़, जब सब हार गए तो एक सीट पर इतना बवाल क्यों...
इटावा। उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के बढ़पुरा इलाके में ब्लाक प्रमुख चुनाव के दरम्यान भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की ओर से किए उग्र बवाल को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पार्टी नेताओं को जमकर लताड़ लगाई।
मुख्यमंत्री इटावा के भाजपा नेताओं से इतने गुस्से में दिखे कि उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि जब सब सीटें हार गए तो केवल एक सीट के लिए इतने बवाल की जरूरत क्या थी।भारतीय जनता पार्टी के भरोसेमंद सूत्रों ने दावे के साथ बताया कि मुख्यमंत्री की नाराजगी प्रधानमंत्री की ओर से मिले संकेत के बाद दिखाई दी है।
सूत्रों ने बताया कि वैसे तो विपक्षी दल सत्तारूढ़ दल के लोगों पर आरोप लगाते थे लेकिन भाजपाइयों के उग्र व्यवहार से कुपित एसपी सिटी प्रशांत कुमार ने अपने अफसर को दी जानकारी में भाजपाई की कलई खोल दी। वायरल वीडियो को खुद प्रधानमंत्री ने भी देखा उसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की जिसके बाद उग्र भाजपाइयों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू की गई। इस कार्यवाही से बचने के लिए भाजपाई ने लखनऊ की दौड़ लगाई।
भाजपाई सूत्रों का दावा है कि इटावा के भाजपाइयों के उग्र तांडव से देश के प्रधानमंत्री बेहद नाराज दिखे हैं, क्योंकि इससे उत्तरप्रदेश की छवि खराब हुई। इसी कारण प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री योगी से भी नाराजगी जताई और मुख्यमंत्री योगी की नाराजगी के बाद इटावा के भाजपाई बगले झांकते हुए नजर आए हैं।
10 जुलाई को मतदान वाले दिन इटावा के बढ़पुरा ब्लाक में दोपहर बाद हुए हंगामे के बीच इटावा के एसपी सिटी प्रशांत कुमार प्रसाद को भारतीय जनता पार्टी के नेता विमल भदौरिया ने उस वक्त थप्पड़ मारकर जमीन पर गिरा दिया था जब मतदान केंद्र के बाहर भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष अजय धाकरे और इटावा सदर की एमएलए श्रीमती सरिता भदौरिया भारी भीड़ के साथ मतदान को प्रभावित करने के लिए जा पहुंची थीं।
बड़ी तादाद में यहां पर गोलियां भी चलाई गई थीं। डीएम एसएसपी के पहुंचने के बाद भी गोलियों का चलाया जाना बदस्तूर जारी रहा। इस प्रकरण के बाद इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. बृजेश कुमार सिंह के निर्देश पर भारतीय जनता पार्टी के हिस्ट्रीशीटर नेता विमल भदौरिया समेत 125 लोगों के खिलाफ विभिन्न संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। इसी बीच पुलिस ने छापेमारी करके आरोपियों की गिरफ्तारी करना भी शुरू कर दिया।
इस गिरफ्तारी से बचने के लिए भारतीय जनता पार्टी के नेता अपनी सफाई देने के लिए और बचाव में मदद के लिए राजधानी लखनऊ जाकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही से मिले।
बढ़पुरा ब्लाक प्रमुख चुनाव में फायरिंग, पथराव व एसपी सिटी को थप्पड़ मारने के मामले में नामजद भाजपा नेता विमल भदौरिया की तलाश पुलिस बुधवार को भी लगातार तीसरे दिन करती रही। हालांकि बुधवार को पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली।
विमल भदौरिया की तलाश में मध्य प्रदेश के ग्वालियर, भिंड समेत दूसरे जिलों में छापामारी की थी। सोमवार की रात को पुलिस ने दो आरोपितों विवेक चौधरी व श्याम सिंह भदौरिया को गिरफ्तार किया था। मामले में पुलिस की छह टीमें लगातार छापे मार रही हैं।(वार्ता)