गुरुवार, 19 दिसंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. weakening democracy in India proved again: Congress
Written By
Last Modified: नई दिल्ली। , मंगलवार, 13 जून 2023 (12:25 IST)

डोर्सी के दावे से लोकतंत्र को कमजोर करने की बात फिर प्रमाणित : कांग्रेस

Supria shrinet
Jack Dorsey Allegations on Government of India: कांग्रेस ने ट्विटर के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) जैक डोर्सी के दावे को लेकर मंगलवार को सरकार पर निशाना साधा और कहा कि डोर्सी के इस दावे से एक बार फिर प्रमाणित हो गया है कि मौजूदा सरकार देश के लोकतंत्र को कमजोर कर रही है।
 
पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत यह दावा भी किया कि सरकार के निर्देश पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के ट्विटर अकाउंट पर छह महीने के लिए रोक लगाई गई थी। डोर्सी ने एक साक्षात्कार में दावा किया है कि इस सोशल मीडिया मंच को देश में किसानों के प्रदर्शन के दौरान सरकारी दबाव और बंद किए जाने की धमकियों का सामना करना पड़ा था। हालांकि सरकार ने उनके दावे को झूठा करार दिया है।
 
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि जब किसान दिल्ली के आसपास धरने पर बैठे थे तो उस वक्त न सिर्फ उन्हें खालिस्तानी, पाकिस्तानी और आतंकवादी कहा जा रहा था, बल्कि ट्विटर को भी धमकी दी जा रही थी कि इन लोगों की आवाज को जगह नहीं दी जाए।
 
उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के समय भाजपा की ओर से एक तथाकथित टूलकिट जारी किया गया था और आरोप लगाया गया था कि कांग्रेस टूलकिट का इस्तेमाल कर रही है। लेकिन आज उसके बारे में असलियत सामने आ रही है। ट्विटर के दफ्तरों पर छापा मारा गया था। अब समझ में आ रहा है कि यह सब किसान आंदोलन को दबाने के लिए किया गया था।
 
सुप्रिया ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी के ट्विटर अकाउंट पर सरकार के कहने पर छह महीनों तक रोक लगाई गई थी। उन्होंने दावा किया कि ये जो तथ्य सामने आ रहे हैं वह वाकई में भयावह हैं, डरावने हैं। स्पष्ट है कि देश के प्रधानमंत्री और सरकार डरती है। जब भी सरकार को आईना दिखाया जाता है तो अंतरराष्ट्रीय साजिश की बात की जाती है।
 
सुप्रिया ने सवाल किया कि आज जैक डोर्सी को झूठ बोलने की क्या जरूरत है? झूठ बोलने से उनको क्या मिलेगा? उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कहते हैं कि देश के लोकतंत्र को कमजोर किया जा रहा है। डोर्सी की टिप्पणी से यह बात फिर प्रमाणित हो जाती है। सुप्रिया ने कहा कि पत्रकारों, मीडिया और सोशल मीडिया मंचों को धमकाने का सिलसिला बंद होना चाहिए।
 
कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया कि जब हमारे किसान अपने हक के लिए दिल्ली की सीमाओं पर बैठे थे। जब वे सर्दी, गर्मी, बरसात झेलते हुए अपने प्राण त्याग रहे थे। तब एक तानाशाह उनकी खबर को दबाने में लगा था। कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने ट्विटर के पूर्व सीईओ के बयान का हवाला देते हुए सवाल किया कि क्या सरकार इस पर जवाब देगी?
 
झूठ बोल रहे हैं डोर्सी : उधर, सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने डोर्सी के बयान को झूठा करार दिया है। उन्होंने ट्वीट किया कि यह जैक डोर्सी का एक झूठ है। यह शायद ट्विटर के इतिहास के उस बहुत ही संदिग्ध दौर को मिटाने का प्रयास है। डोर्सी और उनकी टीम के अंतर्गत ट्विटर भारतीय कानून का बार-बार और लगातार उल्लंघन कर रहा था।
 
चंद्रशेखर ने ट्वीट किया कि डोर्सी और उनकी टीम के समय ट्विटर लगातार और बार-बार भारतीय कानून का उल्लंघन कर रहा था। उन्होंने 2020 से 2022 तक बार-बार कानूनों की अवमानना की और जून 2022 में ही उन्होंने अंतत: अनुपालन शुरू किया।
 
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि डोर्सी के समय ट्विटर को भारतीय कानून की संप्रभुता को स्वीकार करने में समस्या थी और वह ऐसे व्यवहार करता था मानो भारत के कानून उस पर लागू नहीं होते। उन्होंने कहा कि एक संप्रभु राष्ट्र होने के नाते भारत के पास यह सुनिश्चित करने का अधिकार है कि उसके कानूनों का भारत में संचालित सभी कंपनियां पालन करें।
 
क्या कहा डोर्सी ने : डोर्सी ने एक साक्षात्कार में कहा है कि किसान आंदोलन के आसपास भारत से कई निवेदन आए, खासतौर से उन पत्रकारों को लेकर जो सरकार को लेकर आलोचनात्‍मक थे और ऐसा कहा गया कि हम भारत में ट्विटर को बंद कर देंगे, आपके कार्यालयों को बंद करवा देंगे... यह भारत की बात है, एक लोकतांत्रिक देश की।  (एजेंसी/वेबदुनिया)
ये भी पढ़ें
नीतीश को झटका, मांझी के बेटे संतोष का बिहार कैबिनेट से इस्तीफा