गुरुवार, 16 अक्टूबर 2025
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. Two more children died in Chhindwara, taking the death toll to 19
Last Updated : मंगलवार, 7 अक्टूबर 2025 (16:27 IST)

Cough Syrup Death : छिंदवाड़ा में 2 और बच्‍चों की मौत, अब आंकड़ा 19 हुआ, किडनी खराब होने के बाद नागपुर में 9 बच्चे भर्ती

MP News Cough Syrup Death Toll Continues in Chhindwara Another Girl Dead News in Hindi
छिंदवाड़ा में दो और बच्चियों ने कफ सिरप की वजह से दम तोड़ दिया है। इनका इलाज नागपुर में चल रहा था। इस तरह से मध्यप्रदेश में कफ सिरप की वजह से मौत का आंकड़ा 19 तक पहुंच गया है। वहीं, नागपुर के अस्‍पतालों में 9 अन्‍य बच्‍चों को भर्ती किया गया है, जिनका इलाज चल रहा है।

मध्‍यप्रदेश के छिंदवाड़ा में कफ सिरप की वजह से बच्चों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार को दो और बच्चों की मौत हो गई है। पहला मामला तामिया ब्लॉक के भरियाढना गांव का है, जहां ढाई साल की धानी डेहरिया की नागपुर मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं दो साल की  जेयूशा यदुवंशी की भी इलाज के दौरान मौत हो गई। जेयूशा छिंदवाड़ा के जुन्नारदेव की रहने वाली है। उसका भी प्राथमिक उपचार प्रवीण सोनी ने किया था। जेयूशा का इलाज भी नागपुर के GMC हॉस्पिटल में चल रहा था। अभी तक कुल 19 बच्चों की मौत हुई है। वहीं राजस्थान में 3 बच्चों की मौत हो चुकी है।
Cough syrup
कफ सिरप है जिम्मेदार : धानी डेहरिया के पिता के मुताबिक बच्ची को कोल्ड्रिफ सिरप ही दिया गया था। जिले के अन्य मामलों में भी ज्यादातर बच्चों ने यही सिरप या नेक्स्ट्रो-DS सिरप लिया था। परिजनों का आरोप है कि इन्हीं दवाओं में मौजूद किसी जहरीले तत्व ने बच्चों की किडनी को नुकसान पहुंचाया है।

विभाग रिपोर्ट का इंतजार : छिंदवाड़ा मेडिकल कॉलेज के पीडियाट्रिक विभाग के एचओडी डॉ. पवन नंदूरकर के मुताबिक अब तक की जांच में सभी बच्चों में किडनी फेल होना बताया गया है। दवाओं के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं, लेकिन रिपोर्ट अभी नहीं आई है। रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा कि मौत की असली वजह सिरप में मौजूद कोई केमिकल था या कुछ और।

नागपुर में 9 बच्‍चे भर्ती : बता दें कि दूषित कोल्ड्रिफ सिरप से बीमार मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा के 7 और बैतूल के 2 बच्चे नागपुर में भर्ती हैं। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उनके मुफ्त इलाज के निर्देश दिए और निगरानी के लिए डॉक्टरों व प्रशासनिक टीम तैनात की गई है।

यूपी, राजस्‍थान और एमपी में दहशत : बच्‍चों की मौतों की इन घटनाओं के बाद कई राज्‍यों में दहशत है। राजस्थान और मध्य प्रदेश में हुई मौतों के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने कफ सिरप की जांच तेज कर दी है। लखनऊ में 20 से अधिक दवा कंपनियों के 196 नमूने परीक्षण के लिए भेजे गए हैं। ये नमूने डाइथिलीन ग्लाइकाल और प्रोपलीन ग्लाइकाल की जांच के लिए हैं। गौरतलब है कि राजस्थान और मध्य प्रदेश में खांसी-जुखाम से पीड़ित बच्चों को दिए गए कोल्ड्रिफ सिरप में प्रतिबंधित डाइथिलीन ग्लाइकाल की मात्रा 48.6 प्रतिशत पाई गई थी जबकि दवा निर्माण के मानकों के अनुसार कफ सिरप में डाइथिलीन ग्लाइकाल 0.10 प्रतिशत से अधिक नहीं होना चाहिए।

सैंपल में मिला जहरीला रसायन : बच्चों की मौत मामले में जांच के बाद मध्‍यप्रदेश राज्य सरकार ने कहा कि जांच किए गए सैंपल में 48.6% डायथिलीन ग्लाइकॉल, एक जहरीला रसायन था। मध्य प्रदेश पुलिस ने चेन्नई स्थित 'श्रीसन फार्मास्युटिकल मेकर' के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जो अपने इंडियामार्ट पेज पर कफ सिरप, प्रोटीन पाउडर, फार्मास्युटिकल सिरप और हर्बल चाइल्ड ग्रोथ सिरप का व्यापारी होने का दावा करती है।
Edited By: Navin Rangiyal