अयोध्या में तड़के 3.30 बजे से शुरू हो जाएंगे रामलला के दर्शन, VIP दर्शन रहेंगे बंद
30 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के अयोध्या पहुंचने की संभावना
Ramnavmi festival in Ayodhya: अयोध्या धाम का सबसे बड़ा महापर्व चैत्र रामनवमी है, जिसे बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। प्रतिवर्ष अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 10 लाख से अधिक रहती है, लेकिन इस वर्ष की रामनवमी खास है। भव्य राम मंदिर के निर्माण के बाद पहली रामनवमी होने से इस बार श्रद्धालुओं की संख्या काफी अधिक होगी। इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार, राम मंदिर ट्रस्ट और स्थानीय प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। अयोध्या में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटना भी शुरू हो गई है।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के अनुसार रामनवमी महापर्व 17 अप्रैल के दिन रामलला के दर्शन की अवधि में बदलाव किया गया है। तड़के 3.30 बजे से ही श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर सकेंगे। मंगला आरती के दौरान भी रामलला के दर्शन हो सकेंगे। रात्रि 11 बजे तक श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर सकेंगे।
जब सूर्यदेव करेंगे रामलला का अभिषेक : निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि रामनवमी महापर्व 17 अप्रैल के दिन श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के गर्भगृह में विराजमान रामलला के ललाट पर उनके जन्म के समय सूर्य की किरणें अपराह्न 12:16 बजे करीब 5 मिनट तक पड़ेंगी। उन्होंने कहा कि इस अलौकिक और दुर्लभ क्षण की भी तैयारी की जा चुकी है। यह अलौकिक क्षण सभी राम भक्तों के लिए दुर्लभ होगा। उन्होंने बताया कि राम मंदिर का बचा हुआ निर्माण कार्य भी दिसंबर 2024 तक पूरा हो जाएगा।
रामनवमी के मद्देनजर अयोध्या नगरी को दिव्य और भव्य रूप से सजाया गया है। राम मंदिर के साथ ही अन्य मंदिरों में भी आकर्षक साज-सज्जा की गई है। अयोध्या में इस वर्ष उत्सव जैसा नजारा देखने को मिल रहा है। मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना की जाएगी।
छावनी में तब्दील हुई अयोध्या : एक अनुमान के मुताबिक इस रामनवमी पर अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 30 लाख से अधिक हो सकती है। इसको ध्यान में रखते हुए अयोध्या में व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई है। अयोध्या के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजकरन नायर ने बताया की शहर को 7 जोन 39 सेक्टर मे बांटा गया है। साथ ही यातायात प्रबंध को दो जोन व 11 सेक्टरों मे बांटा गया है।
अयोध्या आ रहे श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 11 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, 26 पुलिस अधीक्षक, 150 निरीक्षक, 400 उपनिरीक्षक, 25 महिला उपनिरीक्षक, 1305 कांस्टेबल, 270 महिला कांस्टेबल, 15 कम्पनी पीएसी के साथ एनडीआरएफ की दो कंपनी, एसटीएफ व एटीएस के साथ खुफिया तंत्र को भी तैनात किया गया है। निगरानी के लिए 1000 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
कोई वीआईपी नहीं : राम भक्तों व श्रद्धालुओं की भारी संख्या को देखते हुए श्रीराम जन्मभूमि मंदिर ट्रस्ट ने रामलला के VIP दर्शन व VIP पास को पूर्ण रूप से बंद कर दिया है। साथ ही यह भी निर्देश जारी किया गया है रामलला के दर्शन करने के दौरान रामभक्त अपने साथ किसी प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, मोबाइल, लाइटर, बैग, चाभी आदि सामान न लाएं। उन्हें लॉकरों में सुरक्षित रखवा दें।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala