उत्तरप्रदेश की आध्यात्मिक नगरी अयोध्या में रविवार को 2 विश्व कीर्तिमान बनाए गए। भव्य दीपोत्सव समारोह के दौरान एक साथ 26 लाख 17 हजार 215 दीप प्रज्ज्वलित किये गये और 2,128 लोगों ने एक साथ सरयू आरती की। यह दोनों ही उपलब्धियां विश्व रिकॉर्ड के तौर पर दर्ज की गई हैं। राज्य सरकार द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधियों ने ड्रोन से की गई दीयों की गणना की पुष्टि के बाद इस उपलब्धि की आधिकारिक घोषणा की।
पिछले वर्ष 2024 में प्रभु की नगरी 25,12,585 दीपों से जगमगाई थी। दूसरा रिकॉर्ड सरयू मैया की आरती का रहा, जहां इस वर्ष एक साथ 2128 वेदाचार्यों, अर्चकों व साधकों ने सरयू मैया की आरती की। ड्रोन से की गई दीपों की गणना के उपरांत दीपोत्सव ने नया कीर्तिमान गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अयोध्या के प्रति प्रतिबद्धता ने फिर से रामनगरी को वैश्विक रिकॉर्ड सूची में दर्ज कराया है।
रामभक्तों के लहू से लथपथ की गई यह नगरी, दीप सागर से नहा रही है
मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या रविवार की शाम भक्ति और आलोक से जगमगाई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरयू तट पर मां सरयू की आरती कर दीपोत्सव-2025 का शुभारंभ किया। लाखों दीपों से आलोकित अयोध्या में मुख्यमंत्री ने कहा कि रामभक्तों के लहू से लथपथ की गई यह नगरी आज दीपों के सागर में नहा रही है और यही नया भारत है, जो अपनी आस्था, अस्मिता और विकास तीनों में आत्मविश्वास से जगमगा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरयू घाट पर मां सरयू की विधिवत पूजन के बाद की आरती की, जहां उनके साथ कई मंत्री, विधायक और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। इसके बाद राम कथा पार्क पहुंचकर उन्होंने जनता को संबोधित किया। सीएम योगी ने कहा कि दीपोत्सव का यह नवां संस्करण उत्तर प्रदेश की नई पहचान है। उन्होंने उपस्थित रामभक्तों से स्मार्टफोन की लाइट जलाकर जय श्री राम का उद्घोष करने को कहा, जिससे पूरा पार्क ज्योति से जगमगा उठा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि डबल इंजन सरकार ने अयोध्या को अपमान से मुक्ति दिलाई है। पहले जो लोग आस्था का मजाक उड़ाते थे, राम भक्तों और कारसेवकों से पटी अयोध्या की गलियों को लहूलुहान करते थे, आज उन्हें 26 लाख 17 हजार से अधिक दीपों की यह रोशनी चुभ रही है। ये दीप स्थानीय प्रजापति और कुम्हार समुदाय के परिश्रम से बने हैं, जो रोजगार का स्रोत भी हैं। उन्होंने कहा कि लेकिन रामद्रोही इसे पचा नहीं पा रहे।
सैफई में खर्च होते थे करोड़ों
सीएम योगी ने कहा कि श्री राम जन्मभूमि पर पहला दीप प्रज्वलित करने का सौभाग्य उन्हें मिला। रामलला का भव्य मंदिर भारत की आस्था का सम्मान है, जो एक भारत-श्रेष्ठ भारत का प्रतीक है। उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि राम को नहीं मानने वाले, भक्तों पर गोलियां चलवाने वाले और अयोध्या को लाहुलुहान करने वालों को यह रास नहीं आ रहा है। ये लोग पहले सत्ता में रहकर दीपावली से दूरी बनाते थे, लेकिन सैफई में और कब्रिस्तान की बाउंड्री पर करोड़ों खर्च करते थे। अपने जन्मदिन पर बर्किंघम की बग्धी पर सवारी कर जनता को गुलामी की मानसिकता में धकेलते थे। अब वे फिर जातिवाद और विद्वेष के जाल में जनता को फंसाने की कोशिश कर रहे हैं। सीएम योगी ने कहा कि ऐसे रामद्रोही दीपोत्सव को कैसे पसंद करेंगे।
बिना रुके, बिना झुके विकास की यात्रा जारी रखेगी
सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश अंधकार से उजाले की ओर बढ़ रहा है। दीपोत्सव जनता के सहयोग से वैश्विक पहचान बना रहा है। सरकार बिना रुके, बिना झुके विकास की यात्रा जारी रखेगी। भारत एक रहेगा तो कोई आस्था का अपमान नहीं कर पाएगा। सीएम योगी ने कहा कि लाखों श्रद्धालु इस कार्यक्रम के साक्षी बने, जो संतों, अधिकारियों और सलाहकारों की मेहनत का नतीजा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरे प्रदेशवासियों को दीपोत्सव व दीपावली की शुभकामनाएं दीं। Edited by : Sudhir Sharma