राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सुखोई 30 MKI में भरी उड़ान, जानिए क्या है वायुसेना के इस फाइटर प्लेन में खास?
तेजपुर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को असम के तेजपुर में स्थित तेजपुर एयरफोर्स स्टेशन से सुखोई 30 MKI लड़ाकू विमान में उड़ान भरी। यह किसी लड़ाकू विमान की उनकी पहली उड़ान थी। सुखोई 30 MKI को भारतीय वायुसेना का सबसे उन्नत लड़ाकू विमान माना जाता है।
सुखोई-30 एमकेआई दो सीट वाला बहुउद्देश्यीय लड़ाकू विमान है। इसे रूसी कंपनी सुखोई ने विकसित किया है और इसका निर्माण लाइसेंस के तहत भारत के हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने किया है।
सुखोई-30 एमकेआई परमाणु सक्षम विमान है, जो दुश्मन के क्षेत्र में अंदर तक घुस सकता है। 358 करोड़ रुपए की लागत से बने इस लड़ाकू विमान की क्रूज रेंज 3200 किलोमीटर और कॉम्बेट रेंज 1500 किलोमीटर है। यह 2120 KMPH की अधिकतम स्पीड से उड़ान भर सकता है और इसका अधिकतम टेकऑफ वजन 38,800 किलो है।
सुखोई-30 विमान की लंबाई 72 फीट है। पंखों की चौड़ाई 48.3 फीट है जबकि ऊंचाई 20.10 फीट है। यह अधिकतम 56,800 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकता है।