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Last Updated : शुक्रवार, 17 जनवरी 2020 (13:36 IST)

पवन जल्लाद की आपबीती, Modi से मार्मिक अपील, Nirbhaya के दोषियों को देंगे फांसी

पवन जल्लाद की आपबीती, Modi से मार्मिक अपील, Nirbhaya के दोषियों को देंगे फांसी - Pawan Jallad appeal with Modi, ready to hang Nirbhaya convicts
नई दिल्ली। Nirbhaya कांड के चारों दोषियों को फांसी दिए जाने की खबरों के बीच मेरठ के पवन जल्लाद का नाम भी सुर्खियों में है। पवन जल्लाद को तिहाड़ बुलाने के लिए यूपी सरकार को पत्र भी लिखा गया है। इस बीच, पवन ने एक पत्र लिखकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और यूपी के मुख्‍यंमत्री योगी आदित्यनाथ से मार्मिक अपील की है। 
 
पवन जल्लाद ने लिखा है- अब जीना मुश्किल हो गया है। वह अपनी आपबीती लिखकर भेज रहे हैं। दरअसल, उन्हें ‍किसी की धमकी नहीं मिली है, बल्कि वे अपनी आर्थिक हालत को लेकर परेशान हैं। पीढ़ी दर पीढ़ी फांसी देने का काम कर रहे पवन के परदादा लक्ष्मणसिंह, दादा कल्लू जल्लाद और पिता मम्मूसिंह भी फांसी देने का काम करते थे। इसी काम को पवन भी आगे बढ़ा रहे हैं। 
 
मेरठ की आलोक विहार कॉलोनी में रहने वाले पवन ने अपना दर्द बयां करते हुए पत्र में लिखा कि आज की महंगाई के दौर में 5000 रुपए में परिवार का पालन-पोषण करना कठिन होता जा रहा है। पत्नी-बच्चों के साथ ही उनके परिवार में भाई और उनके पत्नी-बच्चे भी हैं। पवन का कहना है कि मेरा मकान टूट-फूट गया है। बच्चे बड़े हो गए हैं। इतनी कमाई में उनकी पढ़ाई-लिखाई मुश्किल ही नामुमकिन सी हो गई है। 
 
पीढ़ियों से फांसी देने के काम को अंजाम दे रहे पवन के मुताबिक आर्थिक परेशानी को देखते हुए उनके बेटे ने इस काम को करने के लिए अभी से मना कर दिया है। उन्होंने कहा- साइकिल पर कपड़े रखकर गली-गली फेरी लगाता हूं, तब कहीं जाकर दो वक्त की रोटी का जुटा पाता हूं।
 
पवन जल्लाद विभिन्न जेलों में फांसी के काम को अंजाम दे चुके हैं। मेरठ जेल में उन्हें वर्तमान में 5000 रुपए मानदेय मिलता है, जो कि कुछ समय पूर्व मात्र 3000 ही था। इसके लिए भी उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। हालांकि वर्तमान महंगाई के दौर में 5000 रुपए में एक परिवार को चलाना नामुमकिन ही है। 
 
पवन अपना मानदेय बढ़वाने के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गृहमंत्री, राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग और यूपी के जेल विभाग को पत्र भेज रहे हैं। 
 
उल्लेखनीय है कि दिल्ली की तिहाड़ जेल में निर्भया के दोषियों को 22 जनवरी को फांसी होने वाली थी, लेकिन फिलहाल यह मामला कानूनी पेचीदगियों में फंस गया है और फांसी की तारीख आगे बढ़ सकती है। पवन जल्लाद ही चारों दोषियों को फांसी पर लटकाने वाले हैं।
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