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Last Modified: शनिवार, 1 नवंबर 2025 (16:38 IST)

ISRO रचेगा नया इतिहास, लांच करेगा सबसे भारी उपग्रह, प्रक्षेपण को है तैयार

Indian Space Agency ISRO will create new history
Indian Space Agency ISRO News : भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो (ISRO) नया इतिहास रचने जा रहा है। इसरो इस बार आंध्र प्रदेश में श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से अपने 4410 किलो वजनी उपग्रह CMS-03 को लांच करेगा। यह भारत से लांच होने वाला इसरो का सबसे भारी उपग्रह है। इस उपग्रह की उल्‍टी गिनती शुरू हो चुकी है और इसे इसरो के सबसे ताकतवर रॉकेट एलएमवी3 के जरिए कल यानी 2 नवंबर को लांच किया जाएगा, जो कि प्रक्षेपण के लिए तैयार है। ISRO ने इससे पहले 5 दिसंबर 2018 को अपने सबसे भारी उपग्रह जीसैट-11 को लांच किया था, जिसका कुल वजन 5854 किलो था।

खबरों के अनुसार, ISRO नया इतिहास रचने जा रहा है। इसरो इस बार आंध्र प्रदेश में श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से अपने 4410 किलो वजनी उपग्रह CMS-03 को लांच करेगा। यह भारत से लांच होने वाला इसरो का सबसे भारी उपग्रह है। इस उपग्रह की उल्‍टी गिनती शुरू हो चुकी है और इसे इसरो के सबसे ताकतवर रॉकेट एलएमवी3 के जरिए कल यानी 2 नवंबर को लांच किया जाएगा, जो कि प्रक्षेपण के लिए तैयार है।
यह मिशन भारत की उच्च क्षमता वाली अंतरिक्ष संचार क्षमताओं को नई दिशा देगा, जिससे देश और आसपास के समुद्री क्षेत्रों में डिजिटल कवरेज और संचार सेवाएं और अधिक मजबूत होंगी। भारत का यह मिशन न केवल तकनीकी आत्मनिर्भरता का प्रतीक है, बल्कि यह विश्व को दिखाता है कि इसरो अब भारी उपग्रह प्रक्षेपणों में भी वैश्विक स्तर पर अग्रणी बनने की दिशा में अग्रसर है।

CMS-03 एक मल्टी-बैंड कम्युनिकेशन सैटेलाइट है, जिसे भारत और आसपास के विशाल समुद्री क्षेत्र में तेज़, विश्वसनीय और उच्च क्षमता वाली संचार सेवाएं प्रदान करने के लिए बनाया गया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो (ISRO) के ताकतवर रॉकेट LVM3-M5 से इस सैटेलाइट को पृथ्वी के जियो सिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट में भेजा जाएगा।
इसरो के मुताबिक, CMS-03 को उसके सबसे शक्तिशाली रॉकेट LVM3-M5 के जरिए जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट (GTO) में स्थापित किया जाएगा। रॉकेट और सैटेलाइट का एकीकरण पूरा कर लिया गया है। यह वही रॉकेट है जिसने चंद्रयान-3 और गगनयान मिशनों में भी अहम भूमिका निभाई थी।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो (ISRO) ने इससे पहले 5 दिसंबर 2018 को अपने सबसे भारी उपग्रह जीसैट-11 को लांच किया था, लेकिन वह लांचिंग भारत से नहीं बल्कि फ्रेंच गुयाना के कोरोउ लांच बेस से हुई थी और जीसैट-11 का कुल वजन 5854 किलो था।
Edited By : Chetan Gour
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