महंगाई पर संसद से लेकर सोशल मीडिया तक बवाल, कब तक काटती रहेगी ये 'महंगाई की तलवार'?
नई दिल्ली। महंगाई के मुद्दे पर विपक्षी दलों के सदस्यों ने मंगलवार को संसद से लेकर सोशल मीडिया तक बवाल किया। लोकसभा में भारी हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही शुरू होने के करीब आधे घंटे बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
आज सुबह निचले सदन की कार्यवाही शुरू होने पर कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने महंगाई के विषय को उठाने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि महंगाई के मुद्दे पर चर्चा होनी चाहिए। इसके बाद द्रमुक, तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने भी कुछ कहने का प्रयास किया। लेकिन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू करने का निर्देश दिया। इस दौरान विपक्षी सदस्य आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे। उनके हाथों में तख्तियां भी थीं।
लोकसभा अध्यक्ष ने सदस्यों के शोर-शराबे के बीच ही कुछ देर प्रश्नकाल चलाया। इस दौरान सदस्यों ने खाद्य एवं प्रसंस्करण, ग्रामीण विकास, कृषि मंत्रालयों से जुड़े प्रश्न पूछे और संबंधित मंत्रियों ने पूरक प्रश्नों के उत्तर दि्स।
शोर-शराबा बढ़ता देख अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही शुरू होने के करीब आधे घंटे बाद दोपहर 12 बजे तक के लिये स्थगित कर दी।
रोज़ 'महंगाई का अमंगल' जारी : कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, सुबह भले ही 'मंगलवार' वाली हो, मग़र रोज़ 'महंगाई का अमंगल' जारी है ! #FuelLooT की 13वीं क़िस्त में आज भी सुबह पेट्रोल/डीज़ल 0.80/L और महंगा। 15 दिन में #PetrolDieselPriceHike की जेब कटौती 9.20/L तक पहुंच गई.. मोदी जी, हर रोज़ ये 'महंगाई की तलवार' कब तक काटती रहेगी ?
भाजपा जनता से वसूल रही है बढ़ी हुई लागत: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महंगाई के मुद्दे पर भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यह एक कंपनी बन गई है जो बढ़ी हुई लागत जनता से वसूल रही है।
यादव ने ट्वीट किया, 'आज के महँगाई के दौर में कंपनियां बढ़ती हुई लागत जनता से वसूल रही हैं पर अपना मुनाफा कम नहीं कर रही हैं। लोकतंत्र में सरकार की भूमिका राज करने की नहीं बल्कि ऐसी नीतियां बनाने की होती है जो जनहित में हों, ताकि कोई जनता का शोषण-उत्पीड़न न कर सके। भाजपा एक कम्पनी बन गई है।'