नई दिल्ली। उत्तरी पाकिस्तान और आसपास के क्षेत्रों पर एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है और यह 15 जून तक जम्मू-कश्मीर को प्रभावित करेगा। एक अपतटीय ट्रफ रेखा दक्षिण गुजरात तट से उत्तरी केरल तट तक बनी हुई है। पूर्वी मध्य अरब सागर पर चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 3.1 से 7.6 किमी के बीच दक्षिण-पश्चिम की ओर ऊंचाई के साथ झुका हुआ है।
एक निम्न स्तरीय ट्रफ रेखा उत्तरी हरियाणा से पूर्वी असम तक उत्तरप्रदेश, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम होते हुए गुजर रही है। तटीय ओडिशा के पास एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। पिछले 24 घंटों के दौरान सिक्किम, उपहिमालयी पश्चिम बंगाल, असम के कुछ हिस्सों और तटीय कर्नाटक कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई और पश्चिमी राजस्थान में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ 1-2 स्थानों पर भारी बारिश हुई।
शेष पूर्वोत्तर भारत, कोंकण और गोवा, केरल के कुछ हिस्सों, लक्षद्वीप, तेलंगाना, मराठवाड़ा के कुछ हिस्सों, गुजरात और राजस्थान के बाकी हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। तटीय आंध्रप्रदेश और पश्चिमी मध्यप्रदेश, दक्षिण छत्तीसगढ़, मध्य महाराष्ट्र और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हुई। उत्तर ओडिशा, दिल्ली, झारखंड, दक्षिण-पूर्व उत्तरप्रदेश और दक्षिण-पश्चिम बिहार में कुछ स्थानों पर लू की स्थिति बनी।
भारी बारिश की संभावना : अगले 24 घंटों के दौरान पूर्वोत्तर भारत, उपहिमालयी पश्चिम बंगाल और विदर्भ, गंगीय पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, मराठवाड़ा, तमिलनाडु और केरल में हल्के से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश संभव है।
ओडिशा, झारखंड के कुछ हिस्सों, बिहार, छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्यप्रदेश, कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा, पश्चिमी हिमालय और पश्चिमी मध्यप्रदेश और गुजरात में एक या दो स्थानों पर हल्की बारिश संभव है।
धूलभरी आंधी चलेगी : पूर्वी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और उत्तरप्रदेश के कुछ हिस्सों में धूलभरी आंधी और गरज के साथ छींटें पड़ सकते हैं। उत्तर ओडिशा, दिल्ली, झारखंड, दक्षिण-पूर्व उत्तरप्रदेश और दक्षिण-पश्चिम बिहार में अगले 24 घंटों में एक या कई स्थानों पर लू की स्थिति बन सकती है।