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Last Updated : गुरुवार, 21 अगस्त 2025 (15:39 IST)

रात में शराब पी, शिकायत की और सुबह होते ही भूल गए, हेल्‍पलाइन हुआ हेल्‍पलेस, आबकारी विभाग भी परेशान

CM helpline
मध्‍यप्रदेश के बारे में कहा जाता है कि यह अजब-गजब राज्‍य है। यहां के लोग अजब कमाल दिखाते हैं। एक ऐसा ही मामला एक बार फिर से मध्‍यप्रदेश से सामने आया है। इस बार मध्‍यप्रदेश के शराबियों ने कमाल दिखाया है दरअसल, प्रदेश के अलग अलग शहरों से शराब पीने वालों ने सीएम हेल्‍पलाइन में तरह तरह की शिकायतें कीं। ये शिकायतें रात में की गई, शराब पीने के बाद। लेकिन सुबह होते ही भूला दी गईं। जब आबकारी विभाग ने सुबह शिकायतकर्ताओं को कॉल किया तो उन्‍हें याद ही नहीं कि रात में उन्‍होंने सीएम हेल्‍पलाइन पर शिकायत की थी। आबकारी विभाग का डेटा बताता है कि  मध्‍यप्रदेश में 70 प्रतिशत लोगों ने नशे में शिकायतें की और सुबह भूल गए। ऐसे में सीएम हेल्‍पलाइन और आबकारी विभाग के कर्मचारी परेशान होते रहे।

रात को शिकायत, सुबह भूल गए : बता दें कि मध्यप्रदेश में जनता की समस्याओं के निराकरण और शिकायतों के लिए सीएम हेल्पाइन की शुरुआत की गई है। इसमें शिकायत करने पर लोगों की समस्याओं का निराकरण किया जाता है। लेकिन मध्य प्रदेश के आबकारी विभाग में लोग शिकायत करने के बाद भूल जाते हैं। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि 60 से 70 प्रतिशत लोग रात में शिकायत तो करते हैं, लेकिन सुबह या तो भूल जाते हैं या फिर शिकायत का निरस्त करने का निवेदन करते हैं।

शिकायतें कैसी कैसी : मध्य प्रदेश आबाकारी विभाग के अधिकारियों ने बताया कि हाल में ही एक शिकायतकर्ता ने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें उसने एक स्थानीय ठेकेदार द्वारा तय कीमत से अधिक रेट पर शराब बेचने की शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन सुबह जब आबकारी विभाग की तरफ से उसका बयान लेने के लिए फोन किया गया, तो उसने कहा कि अब ठेकेदार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करनी है। शिकायतकर्ता ने बताया कि ज्यादा रेट पर शराब बेच रहे दुकानदार से झगड़ा हुआ था, इसलिए शिकायत की थी, लेकिन अब इसे निरस्त कर दें।

डिस्काउंट नहीं तो शिकायत : इंदौर एक व्यक्ति ने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराई थी। जब आबकारी अधिकारियों ने अगले दिन फोन किया तो वह बोला ध्यान नहीं कौन सी शिकायत दर्ज कराई थी। उसने अधिकारियों से कहा कि दुकानदार शराब के रेट में डिस्काउंट नहीं दे रहा था। इसलिए शायद शिकायत कर दी होगी, अब याद नहीं है और न ही कोई कार्रवाई करनी है।

70 प्रतिशत शिकायतों में कार्रवाई नहीं करने की मांग : आबकारी के अधिकारियों ने बताया कि सीएम हेल्पलाइन में आबकारी विभाग से संबंधित 60 से 70 प्रतिशत मामलों में शिकायतकर्ताओं ने कार्रवाई नहीं करने की बात की। रात में मंहगी शराब व अन्य मामलों को लेकर शिकायत तो कर देता है, लेकिन जब शिकायत के निराकरण के लिए विभाग के अधिकारी फोन करते हैं, ऐसे लोगों का कहना होता है कि यह शिकायत उन्होंने गलती से कर दी थी, लेकिन आगे कार्रवाई नहीं चाहते हैं। वहीं कई लोगों को तो याद भी नहीं रहता है कि रात में शराब के नशे में उन्होंने कोई शिकायत भी की है।

कहां कितनी शिकायतें : आबकारी के आंकडों के मुताबिक बीते जुलाई महीने में सीएम हेल्पलाइन में 3 हजार 718 शिकायतें आबकारी विभाग से संबंधित पहुंची। लेकिन इनमें करीब 60 प्रतिशत लोगों ने अपनी शिकायत वापस लेते हुए कार्रवाई करने से मना कर दिया। शराब दुकानों से संबंधित सबसे अधिक शिकायत बीते एक महीने में जबलपुर में दर्ज की गई। यहां जुलाई महीने में 358 लोगों ने शिकायत की। भोपाल और कटनी में 188-188 शिकायतें मिली। रीवा में 127, रायसेन में 108, सागर में 107, भिंड में 100, इंदौर में 88, सतना में 97 और सिंगरौली में 82 शिकायतें दर्ज की गई हैं।
Edited By: Navin Rangiyal 
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