हिमाचल में भारी बारिश और भूस्खलन, 22 लोगों की मौत, कई लोग फंसे
Heavy rains and landslides in Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश में सोमवार को सोलन में बादल फटने और शिमला में भूस्खलन की 2 घटनाओं एवं वर्षाजन्य अन्य हादसों में 22 लोगों की मौत हो गई। भूस्खलन में कई और लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका है। इनकी संख्या 20 से 25 बताई जा रही है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि समर हिल इलाके में एक शिव मंदिर और फागली इलाके में एक अन्य स्थान पर भूस्खलन हुआ और मलबे से 9 शवों को बाहर निकाला गया है। फागली इलाके में कई मकान मिट्टी में धंस गए। अधिकारियों के अनुसार, कई और लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है।
भूस्खलन में प्रोफेसर दबे : बताया जा रहा है कि हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी के भी कई प्रोफेसर समरहिल स्थित शिव मन्दिर में हुए भूस्खलन में दब गए हैं। ये आईटी विभाग और मैथेमेटिक्स के प्रोफेसर बताए जा रहे है।
भारी बारिश के मद्देनजर सभी स्कूल और कॉलेज को सोमवार को बंद रखने का आदेश दिया गया है। राज्य के आपात अभियान केंद्र के अनुसार, आपदा के कारण राज्य में 752 सड़कें बंद कर दी गयी हैं।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सोलन जिले के जादोन गांव में रविवार रात को बादल फटने से दो मकान बह गए। हादसे में 6 लोगों को बचा लिया गया, जबकि सात अन्य की मौत हो गई।
सोलन के पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने बताया कि मृतकों की शिनाख्त हरनाम (38), कमल किशोर (35), हेमलता (34), राहुल (14), नेहा (12), गोलू (8) और रक्षा (12) के रूप में की गई है।
शिमला के उपायुक्त आदित्य नेगी ने बताया कि भूस्खलन की दो घटनाओं में कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है और बचाव अभियान चलाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री मौके पर : सुक्खू ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर कहा कि शिमला से परेशान करने वाली खबर सामने आई है, जहां भारी बारिश के कारण समर हिल में शिव मंदिर ढह गया। अभी तक 9 शव बरामद किए गए हैं। स्थानीय प्रशासन लोगों को बचाने के लिए मलबा हटाने का काम कर रहा है। ओम शांति।
उन्होंने एक अन्य पोस्ट में लिखा कि विनाशकारी बारिश से शिमला के समरहिल इलाके में शिव मंदिर के समीप भूस्खलन हुआ जिसमें कई लोग मलबे में दब गए। कुछ लोगों की मौत हो गई है। मैं घटनास्थल पर मौजूद हूं। मलबे में दबे लोगों को बचाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।
कई सड़क मार्ग बंद : हिमाचल प्रदेश में रविवार से भारी बारिश हो रही है जिसके कारण भूस्खलन होने से शिमला-चंडीगढ़ मार्ग समेत कई सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। अधिकारियों ने बताया कि पिछले दो सप्ताहों में बार-बार भूस्खलन होने के कारण शिमला तथा चंडीगढ़ को जोड़ने वाले शिमला-कालका राष्ट्रीय राजमार्ग का एक प्रमुख हिस्सा प्रभावित हो गया है।
उन्होंने बताया कि रविवार को सोलन में कोटी के समीप चक्की मोड़ पर सड़क के दोनों ओर बड़ी संख्या में भारी वाहन फंस गए। छोटे वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्ग खोले जा रहे हैं।
खतरे में चक्की पुल : दूसरी ओर, कांगड़ा के अधवाणी स्टोन क्रेशर में 76 से ज्यादा कर्मचारी फंस गए हैं। कई गांव पानी में डूब गए हैं। आधी रात के बाद से वहां सभी रास्ते बंद हैं। NDRF की टीम के पहुंचने का इंतजार है। जानकारी के मुताबिक भारी बारिश के कारण यहां स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए हैं। चक्की पुल पर भी खतरा मंडरा रहा है।
भाजपा अध्यक्ष ने दुख व्यक्त किया : हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर के रहने वाले BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट कर हिमाचल घटना पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि भूस्खलन से कई लोगों के हताहत होने का समाचार अत्यंत दुःखद है। शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। (भाषा/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala