कुत्तों के विवाद के बीच महाकाल की ड्यूटी में तैनात श्वान सोशल मीडिया में हो गया दुलारा, सिखा रहा कैसे करें शिव की भक्ति
आते ही महाकाल को नमन, सोमवार को व्रत और महाकाल की सवारी में ड्यूटी
एक तरफ देशभर में कुत्तों को सड़क से हटाकर शेल्टर होम भेजने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश को लेकर देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं, कुछ लोग कुत्तों को हिंसक और आवार मान रहे हैं, वहीं उज्जैन महाकाल की सुरक्षा का हिस्सा एक कुत्ता खली पूरे देश में अपनी ड्यूटी, अपनी आस्था और श्रद्धा के लिए प्रसिद्ध हो रहा है और सोशल मीडिया में सबका दुलारा हो गया है। वो लोगों को सिखा रहा है कि कैसे महाकाल की भक्ति की जाती है।
बता दें कि उज्जैन पुलिस का डॉग स्क्वाड का सदस्य खली भी पूरी श्रद्धा के साथ बाबा महाकाल की भक्ति में शामिल होता है। हाल ही में शाजापुर से उज्जैन आया है और वह महाकाल मंदिर सहित अन्य महत्वपूर्ण स्थानों की सुरक्षा व्यवस्था का हिस्सा बन चुका है। श्रावण के सोमवारों पर खली को दूध के अलावा कुछ नहीं दिया जाता, क्योंकि मंदिर में ड्यूटी के दौरान उसे पेडिग्री में मौजूद नॉनवेज से दूर रखा जाता है। खली की ड्यूटी न केवल मंदिर परिसर में बल्कि शाम को महाकाल की सवारी में भी होती है।
सोमवार को बस सिर्फ दूध : उपनिरक्षक महेश शर्मा ने बताया कि खली को रोजाना दूध, रोटी और पेडिग्री दी जाती है, लेकिन श्रावण के सोमवार के दिन उसे सिर्फ दूध पर रखा जाता है। मंदिर परिसर में प्रवेश करते ही खली भगवान महाकाल के शिखर को नमन करता है और अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल लेता है। खली आसानी से एक दिन के लिए पेडिग्री नॉनवेज जैसे खाने की चीजों से दूर रहकर मंदिर की सुरक्षा में जुट जाता है। उसकी डाइट के लिए हर महीने 16 हजार रुपए मिलते हैं।
रोज एक घंटे प्रैक्टिस फिर सर्चिंग : खली रोजाना सुबह एक घंटे प्रैक्टिस करने के बाद बीडीएस टीम के साथ शहर के अलग-अलग इलाकों में सर्चिग करता है। सावन सोमवार पर दूध पीता है। बता दें कि खली की उम्र अभी पांच साल है। वह 13 साल की उम्र तक ड्यूटी पर तैनात रहेगा। खली के हैंडलर विनोद मीणा ने बताया कि खली अपने कर्तव्य को पूरी निष्ठा से निभाता है और महाकाल की सुरक्षा का जिम्मा उठाता है।
ऐसे करता है सुरक्षा में ड्यूटी : पुलिस अधिकारी के मुताबिक फरवरी 2024 में शाजापुर से उज्जैन आए डॉग खली पर सभी प्रकार की सुरक्षा की जिम्मेदारी होती है। पूरे जिले भर में होने वाला कोई भी आयोजन हो या फिर किसी बड़े नेता के आगमन पर जर्मन शेफर्ड डॉग खली हर सुरक्षा के काम को अच्छे से निभाता है। जब राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी उज्जैन पहुंचे थे, तब भी उनकी सुरक्षा में यही डॉग खली तैनात था। बताया जाता है कि यह जर्मन शेफर्ड डॉग खली अभी सिर्फ 4 साल का है, जिनके हैंडलर विनोद मीणा हैं। सब इंस्पेक्टर महेश शर्मा, कांस्टेबल अनिल, हेड कांस्टेबल विक्रम सिंह और कांस्टेबल राहुल व महेंद्र की टीम में डॉग खली को भी शामिल किया गया है, जो कि प्रतिदिन इन्हीं के साथ मिलकर काम करता है।
Edited By: Navin Rangiyal