रविवार, 22 दिसंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. राष्ट्रीय
  4. Air India Express plane remained in the air for two and a half hours
Last Updated : शुक्रवार, 11 अक्टूबर 2024 (23:24 IST)

ढाई घंटे हवा में 'थम' गईं 140 लोगों की सांसें, फिर जान में जान आई

ढाई घंटे हवा में 'थम' गईं 140 लोगों की सांसें, फिर जान में जान आई - Air India Express plane remained in the air for two and a half hours
Air India Express plane lands safely: तमिलनाडु के त्रिची हवाई अड्‍डे (Tiruchirappalli airport) से शारजाह जा रहे 140 लोगों की सांसें उस समय हवा में थम गईं, जब विमान में तकनीकी खराबी आ गई। दरअसल, एयर इंडिया एक्सप्रेस के इस विमान के उड़ान भरने के कुछ समय बाद ही इसमें तकनीकी खराबी आ गई। विमान ढाई घंटे तक हवा में ही रहा। इस यात्रियों की जान हलक में आ गई। लेकिन, जब विमान ने सुरक्षित लैंडिंग की तो सभी की जान में जान आ गई।
दरअसल, विमान की हाइड्रॉलिक प्रणाली में गड़बड़ी आ गई थी, उसकी नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) गहन जांच करेगा। जैसे ही विमान में तकनीकी खराबी की सूचना मिली चारों तरफ हड़कंप मच गया।  20 से ज्यादा एम्बुलेंस एवं फायर ब्रिगेड की गा‍ड़ियां बुला ली गईं। हालांकि ढाई घंटे हवा में रहने के बाद एयर इंडिया एक्सप्रेस का विमान IXB613 सुरक्षित जमीन पर उतर आया और लोगों की जान में जान आई। 

जानकारी के मुताबिक शाम करीब साढ़े पांच बजे तिरुचिरापल्ली हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ देर बाद विमान की हाइड्रॉलिक प्रणाली (लैंडिंग में इस्तेमाल ब्रेक, लैंडिंग गियर सहित अन्य उपकरणों को नियंत्रित करने वाली प्रणाली) में गड़बड़ी आ गई, जिस कारण विमान लैंडिंग से पहले लगभग ढाई घंटे तक हवा में चक्कर लगाता रहा।
 
क्या कहा विमानन मंत्री ने : नागर विमानन मंत्री के. राममोहन नायडू ने एक बयान में कहा कि 6 बजकर 5 मिनट पर पूर्ण आपातकाल घोषित किए जाने के बाद हवाई अड्डे और आपातकालीन टीम ने तेजी से और प्रभावी ढंग से काम शुरू कर दिया। रात आठ बजकर 15 मिनट पर विमान ने सुरक्षित लैंडिंग की।
 
नायडू ने कहा कि डीजीसीए को हाइड्रॉलिक में गड़बड़ी आने का सटीक कारण पता लगाने के लिए विमान की गहन जांच करने का निर्देश दिया गया है। एयर इंडिया एक्सप्रेस को यात्रियों को उनकी आगे की यात्रा के लिए वैकल्पिक व्यवस्था सहित सभी जरूरी सहायता प्रदान करने के लिए कहा गया है।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala