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Written By अनिरुद्ध जोशी
Last Updated : बुधवार, 25 मार्च 2020 (19:57 IST)

घर में 21 दिन तक रोज कर सकते हैं यह काम, हर दिन का हो एक विशेष काम

घर में 21 दिन तक रोज कर सकते हैं यह काम, हर दिन का हो एक विशेष काम - 21 days 21 work in Lockdown
कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते भारत सरकार ने संपूर्ण भारत में 21 दिन अर्थात 14 अप्रैल तक लॉकडाउन की घोषणा की है। कई क्षेत्रों में स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कर्फ्यू लगा दिया गया है। ऐसे में आप सभी घर में रहकर 21 दिन तक क्या करेंगे? इस समय का भरपूर सकारात्मक उपयोग किया जा सकता है। तो आओ जानते हैं कि आप हर दिन क्या कर सकते हैं।
 
 
1. पहला दिन : हो सकता है कि कई दिनों से आप सोच रहे होंगे कि घर का सामान व्यवस्थित नहीं रखा है या आपकी जरूरी फाइलें, बैंक के पासबुक, जरूरी बिल आदि सभी को एक दिन में व्यवस्थित कर लें।
 
2. दूसरा दिन : यदि आपके घर में कंप्यूटर है और उसमें सबकुछ बिखरा बिखरा है, तो दूसरे दिन फोटो, वीडियो या आपकी तमाम फाइलें, फोल्डर आदि सभी को आप व्यवस्थित कर लें।
 
 
3. तीसरे दिन : आप घर के सभी सदस्यों के लिए खुद खाना बनाएं, परोसे या कुछ नया बनाना सीखें और सभी के साथ मजे करें।
 
 
4. चौथे दिन : आप अपना मन पसंद संगीत सुनें, फिल्में देखें और मजे से आराम करें।
 
5.पांचवें दिन : आप अपने सभी रिश्तेदारों की एक लिस्ट बनाएं और उन्हें एक-एक करके समयानुसार मोबाइल करें और उनसे उनके हालचाल पूछें। जरूरी सलाह दें और लें।
 
6. छठे दिन : आप अपने बच्चों को वे बातें सिखाएं, सुनाएं जो वे नहीं जानते हैं, जैसे चित्र बनाना, पेंटिंग करना, कोई कहानी सुनाना, अपने बचपन के अनुभव उनके साथ शेयर करना आदि सभी वे बातें जिससे आपके बच्चे का ज्ञानवर्धन हो।
 
7. सातवें दिन : आप अपने भविष्य का प्लान करें। सोचे कि 21 दिन से ज्यादा दिन घर में रहना पड़ा तो क्या करना होगा। राशन पानी, बैंक बैलेंस सभी को व्यवस्थित करने के बारे में सोचे। आप घर के सामान की एक लिस्ट बनाएं और देखें की घर में क्या है और क्या नहीं? किस चीज़ की आपको जरूरत है?
 
 
8. आठवें दिन : आप जूस पीकर पूरे दिन ध्यान और योग करें। खुद को शांत रखने का कार्य करें। योग या ध्यान नहीं कर सकते हैं तो पूजा पाठ करें या अपने ईष्टदेव का नाम जपते रहें।
 
9. नौवें दिन : आप कोई सी भी अपने मन पसंद की अच्छी किताब पढ़ें। यदि किताब घर पर नहीं हो तो यदि ऑनलाइन उपलब्ध हो तो वहां से पढ़ें।
 
10. दसवें दिन : आप अपने ज्ञान को अपडेट करें। आप जिस भी क्षेत्र में कार्य करते हैं उस क्षेत्र से संबंधित ज्ञान या जानकारी को और अधिक हासिल करें ताकि आप अपने कार्य में अधिक दक्ष हो पाएं।
 
 
11. ग्यारहवें दिन : आप इंटरनेट पर सर्फिंग करें। अधिक से अधिक जानकारी जुटाएं। सेहत, ज्ञान, विज्ञान और इतिहास के संबंध में अपने ज्ञान को बढ़ाएं। आज इंटरनेट पर हर तरह का ज्ञान उपलब्ध है तो आप उसका लाभ उठाएं।
 
12. बारहवें दिन : आप घर की अच्‍छे से साफ-सफाई करें। आम दिनों की जाने वाली साफ-सफाई से कुछ अलग और सभी तरह का कूड़ा कबाड़ बाहर निकाला दें।
 
13. तेरहवें दिन : आपके पास यदि ये जरूरी वस्तुएं नहीं है तो इनको जुटाने के बारे में सोचे। संकट काल में काम आती हैं ये वस्तुएं। जैसे, लालटेन, हाथ का पंखा, सिगड़ी, मल्टीपल पेचकस, फोल्डिंग सीढ़ी, केटली और सुराही, नीम और अरंडी का तेल, चकमक पत्थर, मल्टीपल ड्रिल मशीन, फोल्डिंग डंडा, घट्टी, सिलबट्टा और खल बत्ता, रेत घड़ी एवं चुम्बकीय दिशा सूचक कंपास या यंत्र, सूखे खाद्य पदार्थ अर्थात ड्राइ फ्रूट्स, फर्स्ट एड बॉक्स आदि। ऐसी कई चीजें हैं जो कि बहुत काम की होती है।
 
 
14. चौदहवां दिन : आप इस दिन घर की कोई चीज़ बिगड़ी पड़ी हो या किसी कपड़े को सिलाई की जरूरत हो तो यह कार्य कर सकते हैं।
 
15. पंद्रहवां दिन : आप अपने घर को अच्छे से सजा सकते हैं। कुछ हेरफेर कर सकते हैं, जैसे सोफा, पलंग, फ्रीज, अलमारी आदि की जगह बदलकर देख सकते हैं कि किसे कहां रखने से कंफर्ट रहेगा। आप वास्तु के जानकार हैं तो वास्तु के अनुसार भी चेंज कर सकते हैं।
 
16. सोलहवां दिन : घर में गार्डन है तो आप अच्‍छे से गार्डनिंग कर सकते हैं। घर में गैलरी में गमले रखें हैं तो उनकी सफा-सफाई, कर सकते हैं। पौधों के आसपास की मिट्टी खोदकर उसको उपजाऊ बना सकते हैं। नए पौधों का रोपण कर सकते हैं।
 
 
17. सत्रहवां दिन : एक दिन आप सामाजिक कार्यों में हाथ बंटा सकते हैं। सोसाइटी के अध्यक्ष या प्रशासन के लोगों से संपर्क करके उनके कार्यों में हाथ बंटा सकते हैं। जरूरतमंदों की मदद कर सकते हैं।
 
18. अट्ठारहवां दिन : घर में अपने परिवार के साथ टीवी, इंटरनेट आदि सभी बंद करके अंताक्षरी खेलें, शतरंज खेले या आपस में बैठकर भूली बिसरी बातें करें। इस दिन अपने रिश्तों को मजबूत करें। 
 
19. उन्नीसवां दिन : आपके लिए यह खास समय है यदि आपने अपने जीवन के संबंध में कुछ नहीं लिखा नहीं है तो लिखें। सोचे कि अब तक आपने कैसा जीवन जिया। अपने खास दिनों को लिखें एक डायरी में। 
 
20. बीसवां दिन : आप कहानी, कविता या लेख लिखने में रुचि रखते हैं तो लिखें। नहीं लिखना याद हो तो यह भी लिखना सीखें कि कैसे कहानी और कविताएं लिखी जाती हैं।
 
21. इक्कीसवां दिन : अपने द्वारा किए गए कार्यों की एक लिस्ट बनाएं। और इन दिनों में जो कार्य करना छूट गया हो उसे करने का प्रयास करें। इसके अलावा आगे की प्लानिंग करें।

अंत में हम कहना चाहें‍गे कि आप इन 21 दिनों में खुद को रिफ्रेश कर सकते हैं, सकारात्मक बना सकते हैं और कुछ नई चीजें सीख सकते हैं। यह जरूरी नहीं है कि उपरोक्त लिखी गई 21 दिन की प्लानिंग को आप ऐसे ही अपनाएं आप इसमें हेरफेर भी कर सकते हैं। अपने हिसाब से इसे मैनेज कर सकते हैं।
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