Sawan fasting food 2025: सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है और इस दौरान कई लोग व्रत रखते हैं या सात्विक भोजन करते हैं। इस महीने में सेहत का खास ख्याल रखना भी जरूरी है, क्योंकि बारिश के मौसम में पाचन शक्ति थोड़ी कमजोर हो सकती है और संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है। आइए यहां जानते हैं श्रावण के महीने में क्या-क्या खाएं और क्या न खाएं यानी किन चीजों के सेवन से करें परहेज...
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सावन में खाने योग्य चीजें: सावन में व्रत रखने वाले और सामान्य दिनों में भी सात्विक और हल्की चीजें खानी चाहिए, जो आसानी से पच सकें:
• फल: मौसमी फल जैसे सेब, केला, पपीता, अनार, संतरा और खीरा खूब खाएं। ये शरीर को हाइड्रेटेड रखते हैं और ऊर्जा देते हैं।
• व्रत में दूध और दूध से बने उत्पाद: दूध, दही और छाछ का सेवन किया जा सकता है, लेकिन अगर आप सावन में दूध-दही से परहेज कर रहे हैं, तो इससे बचें। कुछ लोग कहते हैं कि इस समय गाय-भैंस घास से दूषित तत्व खा सकती हैं।
• मेवे और बीज: बादाम, किशमिश, काजू, भुना हुआ मखाना और मूंगफली ऊर्जा के अच्छे स्रोत हैं।
• साबूदाना: साबूदाना खिचड़ी, वड़ा या खीर बनाकर खा सकते हैं। यह व्रत में ऊर्जा का अच्छा स्रोत है।
• कुट्टू और सिंघाड़े का आटा: इन आटे से बनी पूरियां, पकौड़े या चीला खा सकते हैं। ये ग्लूटेन-फ्री होते हैं और व्रत में खूब खाए जाते हैं।
• सब्जियां: सावन मास के दौरान जो जमीन के ऊपर उगती हैं, जैसे- लौकी, तोरी, आलू, सीताफल, परवल और गाजर जैसी सब्जियां खा सकते हैं, लेकिन इन्हें हल्के मसालों और बिना लहसुन-प्याज के बनाएं।
• नमक: व्रत में हमेशा सेंधा नमक का इस्तेमाल करें।
• तरल पदार्थ: शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए खूब पानी, नींबू पानी, नारियल पानी, छाछ और फलों का जूस पिएं।
सावन में परहेज करने वाली चीजें यानी क्या नहीं खाएं: सावन के महीने में कुछ चीजों से परहेज करना चाहिए, चाहे आप व्रत रख रहे हों या नहीं...
• हरी पत्तेदार सब्जियां और साग: बारिश के मौसम में हरी पत्तेदार सब्जियों में कीड़े और सूक्ष्मजीवों यानी माइक्रोब्स की संख्या बढ़ जाती है, जिससे संक्रमण का खतरा रहता है। 'सावन साग न भादो दही' कहावत इसीलिए बनी है।
• बैंगन: बैंगन को भी सावन में खाने से मना किया जाता है, क्योंकि इसमें भी कीड़े लगने की संभावना बढ़ जाती है और यह पाचन पर बुरा असर डाल सकता है।
• लहसुन और प्याज: इन्हें तामसिक भोजन माना जाता है और इनकी तासीर गर्म होती है, जो बारिश के मौसम में पेट फूलने, गैस या अपच का कारण बन सकती है। व्रत में तो इनका सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए।
• मांस, मछली और अंडे: सावन के महीने में मांसाहारी भोजन से पूरी तरह परहेज करना चाहिए। यह धार्मिक और वैज्ञानिक दोनों दृष्टिकोणों से उचित माना जाता है, क्योंकि इस मौसम में बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
• सामान्य नमक: व्रत के दौरान साधारण नमक की जगह सेंधा नमक का ही इस्तेमाल करें।
• दही: कुछ लोग सावन में दही खाने से भी परहेज करते हैं, क्योंकि बारिश में वातावरण में नमी और कीटाणुओं की वृद्धि होती है, जिससे दही में हानिकारक बैक्टीरिया पनप सकते हैं। इससे सर्दी-जुकाम या पेट संबंधी समस्या हो सकती है।
• अन्न: यदि आप सावन सोमवार का व्रत कर रहे हैं, तो अन्न का सेवन न करें, केवल फलाहार करें।
• शराब, सिगरेट और तंबाकू: इन चीजों से व्रत की पवित्रता भंग होती है और ये स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक हैं।
• तला-भुना और मसालेदार भोजन: भारी और मसालेदार भोजन से परहेज करें, क्योंकि यह पाचन तंत्र पर बोझ डालता है और सुस्ती ला सकता है।
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